आपने कई लोगों को कहते सुना होगा कि खाना निगलें नहीं, बल्कि धीरे-धीरे चबाएं। ऐसा इसलिए क्योंकि आप जो कुछ भी खाते हैं उसका सीधा संबंध आपके पेट और आंतों से जुड़ा होता है। पाचन की पूरी प्रक्रिया मुंह में चबाने से शुरू हो जाती है। यह डाइजेशन की पहली स्टेज मानी जाता है। विशेषज्ञों के अनुसार जब आप भोजन चबाते हैं, तो यह छोटे-छोटे टुकड़ों में टूट जाता है ।

जब लार को इन छोटे टुकड़ों के साथ मिलाया जाता है, तो इसे आगे की प्रक्रिया के लिए पेट में भेज दिया जाता है। अच्छी तरह से चबा-चबाकर खाने से भोजन आपके शरीर को लगता है और आप कम भी खाते हैं। अब सवाल ये है कि आखिर हमें कितनी बार खाना चबाना चाहिए। तो आइए जानते हैं इस बारे में क्या कहते हैं विशेषज्ञ।

​किस भोजन पर लागू होता है 32 बार चबाने का नियम

विशेषज्ञ खाना निगलने से पहले 32 बार चबाने की सलाह देते हैं। नरम और पानी युक्त भोजन को कम चबाने की जरूरत पड़ती है। वैसे चबाने का मकसद आपके भोजन को छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ना है, ताकि आप इसे ठीक से पचा सकें। विशेषज्ञ कहते हैं कि 32 बार चबाने का नियम कई प्रकार के भोजन पर लागू होता है।

लेकिन जिन खाद्य पदार्थों को चबाना कठिन है जैसे नट्स, उन्हें मुंह में 40 बार तक चबा सकते हैं। तरबूज जैसे फल को टूटने के लिए कम चबाने की जरूरत पड़ती है। 10-15 बार चबाने से ही वह छोटे-छोटे टुकड़ों में टूट जाता है। इसी तरह जितना कठोर खाद्य पदार्थ होगा, उसे उतना ज्यादा चबाने की जरूरत पड़ेगी।

​क्‍या हैं भोजन चबाने के फायदे

विशेषज्ञों का कहना है कि अपने भोजन को ठीक से चबाने से भेाजन से मिलने वाले पोषक तत्वों की मात्रा बढ़ाने में मदद मिलती है। एक अध्ययन में पाया गया कि बादाम को 20-40 बार चबाने से न केवल भूख कम होती है, बल्कि बादाम से पोषक तत्वों को अवशोषित करने की लोगों की क्षमता में सुधार होता है।

– सही तरह से चबाते हुए भोजन करने से भोजन कई टुकड़ों में टूट जाता है और सलाइवा के साथ मिलकर एसोफैगस में चला जाता है। एसोफैगस भोजन को आपके पेट तक पहुंचाता है।

–  चबा-चबाकर खाने से पाचन तंत्र खाना पचाने के लिए खुद को तैयार करता है।

– भोजन को 32 बार चबाकर खाने से एक फायदा यह भी है कि आप भोजन का स्वाद देर तक ले पाते हैं।

– भोजन को देर तक चबाकर खाने से अधिक पोषक तत्व और ऊर्जा को अवशोषित होने में मदद मिलती है।

– आप भोजन को जितनी ज्यादा बार चबाएंगे, आपका ज्यादा हेल्दी वेट मेंटेन कर पाएंगे।

– चबा-चबाकर भोजन करना आपके दांतों की सेहत के लिए अच्छा है। इससे दांतों की एक्सरसाइज हो जाती है।

– अच्छी तरह से खाना चबाने पर आंतों में बैक्टीरिया पनपने की संभावना बहुत कम होती है।

​भोजन कैसे चबाएं

–  खाना खाते समय चबाने का सही और गलत तरीका होता है। अपने भोजन का सही फायदा उठाने का तरीका हम यहां आपको बता रहे हैं।

– अपनी चम्मच या कांटे को पूरा ना भरें। मुंह में जाने तक भोजन गिरना नहीं चाहिए।

– भेाजन करते हुए होंठ बंद रखें और चबाना शुरू करें।

– अपनी जीभ से भोजन को एक तरफ से दूसरी तरफ ले जाना चाहिए। इस समय आपका जबड़ा घूमना चाहिए।

– धीरे-धीरे चबाएं। भोजन का हर बाइट काटने के साथ 32 तक गिनें। भोजन के प्रकार के आधार पर आपको कम या ज्यादा समय चबाने की जरूरत पड़ सकती है।

– एक बार भोजन की बनावट खत्म हो जाने के बाद आप इसे निकल सकते हैं।

–  भोजन करते समय इसे अच्छी तरह चबाएं। हो सकता है कई बार चबाने पर ध्यान लगाने से आप धीमी गति से खाएं। लेकिन ये आपने पाचन में सुधार के लिए अच्छा है।

​खाने के अन्य टिप्स

– खाने से 30 मिनट पहले या बाद में पानी पीएं, लेकिन भोजन के साथ नहीं। इससे आपके पाचन की क्षमता बढ़ती है।

– खाने के तुरंत बाद कॉफी नहीं पीना चाहिए। इससे पाचन मे तेजी के कारण बार-बार पेशाब आ सकती है।

– भोजन के ठीक बाद मिठाई खाने से बचें। मीठे खाद्य पदार्थ जल्दी पच जाते हैं, जो गैस और सूजन का कारण बनते हैं।

– भोजन के बाद व्यायाम करने से बचना चाहिए।

– कच्ची या थोड़ी उबली हुई सब्जियां खाएं। अच्छे पाचन के लिए यह जरूरी है।

– खाना खाने के बाद टहलने जाएं।

​भोजन न चबाने से क्या होगा

जब आप भोजन को पर्याप्त रूप से नहीं चबाते, तो आपका बाकी पाचन तंत्र भ्रमित हो जाता है। आपका शरीर आपके भोजन को तोडऩे के लिए जरूरी एंजाइम का पर्याप्त उत्पादन नहीं करता। इससे सूजन, दस्त, पेट में जलन, ऐंठन, चिड़चिड़ापन, कुपोषण, खट्टी डकार, गैस जैसी पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।

​बरतें सावधानी

अगर आप पाचन संबंधी समस्या है, तो खाना खाते समय पानी पीना हमेशा आपके लिए अच्छा नहीं होता। पीने का पानी शरीर में भोजन को टुकड़ों में तोडऩे वाले एंजाइम को पतला करके पाचन प्रक्रिया को धीमा कर सकता है। खासतौर से यदि आप गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स रोग जैसे डाइजेशन डिऑर्डर से से पीडि़त हैं, तो इसका असर बहुत तेजी से होगा।

 

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