चंडीगढ़, एजेंसी।  पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिद्धू ने सीएम पद उम्मीदवार पर बड़ी टिप्पणी की है। अमृतसर में उन्होंने कहा कि 60 विधायक होंगे तो सीएम चुने जाएंगे। कोई 60 विधायकों की बात नहीं कर रहा है. कोई भी सरकार गठन के रोडमैप के बारे में बात नहीं कर रहा है।  आज पंजाब को बड़ी बात तय करनी है।

इस दौरान सिद्धू ने सवाल किया कि क्या मैं मुद्दों की राजनीति से भटका? क्या नीतियों से भटका? क्या बजटीय आवंटन से विचलन किया? क्या अपना कारोबार या शराब की दुकान खोली? उन्होंने कहा कि मेरा पंजाब मॉडल बच्चों, युवाओं और राज्य के लोगों की जिंदगी बदलने वाला है।

कैप्टन जैसी हो सकती है सिद्धू की हालत

मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर शुरू हुई कवायद में जिस तरह कांग्रेस हाईकमान चन्नी के साथ खड़ा दिखाई दे रहा है, सियासी गलियारों में उसे लेकर यह चर्चा तेज हो गई है कि चन्नी के नाम की घोषणा होते ही सिद्धू पार्टी में अलग-थलग और कमजोर पड़ जाएंगे और संभव है कि वे पार्टी को अलविदा कह दें। यह ठीक वही स्थिति होगी जब पिछले साल कैप्टन अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने के हाईकमान के फैसले के विरोध में कोई नेता आगे नहीं आया था। दरअसल विधानसभा चुनाव में मौजूदा समय में सिद्धू के लिए हाईकमान के फैसले के खिलाफ पार्टी के भीतर गुटबाजी को हवा दे पाना भी संभव नहीं होगा कि पार्टी ने अधिकतर विधायकों और मंत्रियों को फिर से टिकट देकर चुनाव में उतार दिया गया है। ऐसे मौके पर सभी प्रत्याशियों को हाईकमान के सहयोग की दरकार है और सिद्धू के साथ शायद ही कोई नेता खुलकर सामने आए। इसके अलावा मुख्यमंत्री पद को तीन अन्य दावेदार- सुखजिंदर रंधावा, प्रताप बाजवा और सुनील जाखड़ भी हालात को देखते हुए चुप्पी साध गए हैं।

कांग्रेस पार्टी चन्नी के साथ खड़ी है : हरीश चौधरी

कांग्रेस के पंजाब मामलों के प्रभारी हरीश चौधरी ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी, उसके कार्यकर्ता और पंजाब के लोग मुख्यमंत्री चन्नी के साथ खड़े हैं और विधानसभा चुनाव में चन्नी को हतोत्साहित करने का प्रयास कर रहे लोगों को मुंहतोड़ जवाब देंगे। यदि कोई भी कांग्रेस का वरिष्ठ नेता या कार्यकर्ता पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ काम करता हुआ मिलता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। नवजोत सिद्धू द्वारा चन्नी को लेकर की गई कमजोर सीएम वाली टिप्पणी पर चौधरी ने बचाव करते हुए कहा कि सिद्धू का यह बयान कांग्रेस के लिए नहीं बल्कि भाजपा के लिए था।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *