नई दिल्ली, एजेंसी : रूस से एस 400 मिसाइल प्रणाली की खरीद को लेकर अमेरिका की आपत्तियों पर भारत ने शुक्रवार को दो टूक दोहराया कि हमारी विदेश नीति पूरी तरह स्वतंत्र है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, राष्ट्रीय सुरक्षा हितों के लिए रक्षा खरीद भी इस नीति में शामिल हैं। जिस तरह अमेरिका के साथ हमारे वैश्विक रणनीतिक रिश्ते हैं उसी तरह रूस के साथ भी हमारी विशेष सामरिक साझेदारी है।
बागची अमेरिका का विदेश विभाग की उस टिप्पणी से जुड़े सवालों का जवाब दे रहे थे जिसमें अमेरिका ने आरोप लगाया था कि रूस भारत को एस 400 मिसाइल प्रणाली बेचकर इस क्षेत्र में अपनी क्षमता से आगे जाकर स्थिति को अस्थिर करने की कोशिश कर रहा है। वाशिंगटन में बृहस्पतिवार को अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा था, इस सौदे में हालांकि काटसा प्रतिबंधों को लेकर अभी विचार नहीं किया है लेकिन इसको लेकर हम लगातार भारत को आगाह कर रहे हैं कि अगर सौदा हुआ तो उस पर प्रतिबंधों का खतरा बरकरार रहेगा।
यूक्रेन संकट का शांतिपूर्ण समाधान चाहता है भारत
बागची ने यूक्रेन संकट पर कहा, हम इस मामले में कड़ी नजर रख रहे हैं और इसका शांतिपूर्ण समाधान होना चाहिए। यूक्रेन की सीमा पर रूसी सैनिकों के जमावड़े से वहां तनाव बढ़ रहा है। इसको लेकर रूस व अमेरिका के साथ उच्च स्तरीय चर्चा चल रही है और कीव में हमारा दूतावास हर गतिविधि पर नजर रख रहा है।
पाकिस्तान में यात्रा के लिए तीर्थ के स्थलों के नाम बढ़ाने पर सकारात्मक रवैया
बागची ने कहा, दोनों देशों के नागरिकों के हित को ध्यान में रखते हुए हम पाकिस्तान के साथ यात्रा की मंजूरी वाले तीर्थ स्थलों के नाम बढ़ाने पर सकारात्मक रवैया अपना रहे हैं। दोनों ही देशों में इस तरह के स्थानों पर यात्रा की अनुमति देने के लिए हम इस्लामाबाद से बातचीत के लिए भी तैयार हैं। एक दिन पहले पाकिस्तान के पीएम इमरान खान की सत्तारूढ़ पार्टी के हिंदू सांसद ने भारत से तीर्थयात्रियों के जत्थे को वीजा जारी करने की अपील की थी।