नई दिल्ली : एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सोमवार को कहा कि संसद के शीतकालीन सत्र में चीन के साथ सटी सीमाओं की स्थिति पर बहस की जाए। उन्होंने मांग की कि शीतकालीन सत्र के दौरान भारत-चीन सीमा विवाद पर संसद में बहस रखी जाए। इसके साथ ही सांसदों के सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल को सभी विवादित सीमावर्ती इलाकों का दौरा कराया जाए। इससे भारत की संप्रभुता मजबूत होगी और अन्य देशों को भी संदेश जाएगा।
डीएनए विशेषज्ञ मोहन भागवत दें जवाब
ओवैसी ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि निषाद पार्टी के प्रमुख कहते हैं कि भगवान राम राजा दशरथ के पुत्र नहीं थे। उनका जन्म एक निषाद परिवार में हुआ था। इस पर ओवैसी ने तंज कसते हुए कहा कि डीएनए विशेषज्ञ मोहन भागवत को उनके बयान को स्पष्ट करना चाहिए। बीजेपी और आरएसएस के नेताओं को इस पर कुछ बोलना चाहिए।
