उदयपुर, एजेंसी : राजस्थान विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने उदयपुर में प्रदेश सरकार पर निशाना साधने के साथ प्रदेश भाजपा की अंतर्कलह पर भी टिप्पणी कर दी। उन्होंने कहा कि हमारे यहां किसी नेता की नहीं बल्कि कार्यकर्ताओं की सरकार बनती है। राजस्थान में पूनिया और कटारिया नहीं बल्कि बीजेपी की सरकार बनेगी।
उन्होंने आगे कहा कि कुछ लोगों के कहने से या खुद के सोचने से कोई मुख्यमंत्री नहीं बनता। हमारे यहां पार्टी आलाकमान निर्णय करेगा मुख्यमंत्री कौन बनेगा? गाैरतलब है कि आने वाले चुनाव में प्रदेश भाजपा के नेतृत्व को लेकर कई तरह की अटकलें चल रही हैं। मोदी समर्थक नेताओं के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के रूख को देखते हुए कई नेता दौड़ में हैं।
इस दौरान कटारिया ने प्रदेश की गहलोत सरकार पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार के 2 साल के कार्यकाल में जनता से जुड़ा कोई काम नहीं हुआ। जिन वादों पर सरकार चुनकर आई उनमें से एक भी वादा पूरा नहीं हुआ। 2 साल के कार्यकाल में प्रदेश सरकार की बस एक यही उपलब्धि है कि उन्होंने भ्रष्टाचार उद्योग पैदा कर दिया। इसमें जनप्रतिनिधि प्रशासनिक अधिकारी सब लिप्त हैं।
कांग्रेस ने जाति के आधार पर परिसीमन किया
कटारिया ने कहा कि प्रदेश में होने वाले नगर पालिका चुनाव में अब आम जनता कांग्रेस सरकार को करारा जवाब देगी। जिस तरह प्रदेश कांग्रेस द्वारा परिसीमन कर वार्ड को जाति के आधार पर विभाजित किया जा रहा है। उससे यह साफ जाहिर होता है कि कांग्रेस जातिवाद की राजनीति कर रही है। लेकिन यह राजनीति समाज और देश के लिए हानिकारक साबित होगी।
उन्होंने आगे कहा कि प्रदेश कांग्रेस सरकार ने नगर निगम, नगर पालिकाओं को पंगु बना दिया है। वहां आय के साधनों में 75% की कमी हुई है। ऐसे में विकास कार्य पूरी तरह थम गए हैं लेकिन, प्रदेश की सरकार होटल में आपसी लड़ाई सुलझाने में व्यस्त है। उन्हें आम जनता से जुड़े विकास कार्यों की कोई चिंता नहीं।
स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट के आधार पर लागू किया कृषि कानून
देश में कृषि कानून को लेकर कांग्रेस के नेता भले ही विरोध कर रह किसानों को बरगलाने का काम कर रहे हैं लेकिन, असल में यह कृषि विधेयक स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट के आधार पर बना है। इसे पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह समेत कांग्रेस के आला नेताओं ने ही तैयार किया था।
कटारिया ने कहा कि कांग्रेस के नेता 54 साल में जो काम नहीं कर पाए, बीजेपी ने वह कुछ वक्त में कर दिया जो उन्हें हजम नहीं हो रहा। बीजेपी ने धारा 370 हटाई तब भी और ट्रिपल तलाक कानून लागू किया तब भी कांग्रेसी नेताओं ने विरोध किया। लेकिन जनता ने कांग्रेसी नेताओं को मुंहतोड़ जवाब दिया और अब कृषि विधेयक पर भी ऐसा ही जवाब आम जनता कांग्रेस को देगी।