नयी दिल्ली, एजेंसी : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों के आंदोलन के नौ महीने पूरे होने की पृष्ठभूमि में शुक्रवार को कहा कि इन ‘कृषि विरोधी’ कानूनों को वापस लिया जाना चाहिए।
उन्होंने ‘फार्मर्स प्रोटेस्ट’ हैशटैग से ट्वीट किया, ‘‘खेत को रेत नहीं होने देंगे, मित्रों को भेंट नहीं देने देंगे। कृषि विरोधी क़ानून वापस लो।’’
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘‘नौ माह से कृषि के क्रूर काले कानूनों के ख़िलाफ़ एक “क्रांति’ खेतों की कोख में पल रही है, संघर्ष का जन्म होगा, अब रण “भीषण” होगा।’’
गौरतलब है कि बड़ी संख्या में किसान पिछले साल नवम्बर से दिल्ली से लगी सीमाओं पर केन्द्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। उनकी मांग तीनों कानूनों को निरस्त करने और न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी देने की है।
सरकार और किसानों के बीच इस संबंध में 10 दौर की बातचीत भी हुई, लेकिन दोनों पक्षों के बीच गतिरोध अब भी कायम है। पिछले कुछ महीनों से कोई बातचीत नहीं हुई। सरकार का कहना है कि ये कानून किसानों के हित में है।