नई दिल्ली, एजेंसी : दिल्ली के मुख्यमंत्री ने मंगलवार को मीडिया के सामने आए और संसद से प्रधानमंत्री मोदी द्वारा उनकी सरकार पर लगाए गए आरोपों को लेकर खुलकर बोले। उन्होंने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि इन आरोपों का जवाब देना जरूरी था। वरना आपको लगेगा कि मैंने गुनाह स्वीकार कर लिया।
दिल्ली के सीएम बोले, जब कल मुझ पर हमला हुआ तो मैं अचंभित था। लेकिन इन आरोपों का जवाब देना जरूरी था वरना आप कहते कि मैंने अपना जर्म कबूल कर लिया है। मुझे जो कहना था मैंने ट्विटर पर कह दिया है। मुझे गाली देने नहीं आती, मुझे स्कूल बनाना और बिजली-पानी की आपूर्ति करने आता है।
केजरीवाल ने आगे कहा, जिम्मेदार पदों पर बैठे लोग जनता के द्वारा चुने गए हैं। उन्हें कई आशाओं के साथ चुना गया है। इस तरह के आरोप-प्रत्यारोप और एक-दूसरे पर अंगुली उठाना ठीक बात नहीं है। हम भले ही अलग-अलग पार्टियों से आते हों लेकिन लोग हमसे उम्मीद करते हैं कि हम उनकी भलाई के लिए मिलकर काम करेंगे।
गौरतलब है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री यह बातें प्रधानमंत्री के सोमवार को लोकसभा में दिए गए भाषण के जवाब और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से हुई अपनी ट्विटर वार को लेकर कह रहे थे।