नयी दिल्ली, एजेंसी : भारत में एक दिन में कोविड-19 के 37,593 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,25,12,366 हो गई। वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 3,22,327 हो गई है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बुधवार को सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण से 648 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,35,758 हो गई। देश में अभी 3,22,327 लोगों का कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है, जो कुल मामलों का 0.99 प्रतिशत है। पिछले 24 घंटे में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में कुल 2,776 की बढ़ोतरी दर्ज की गई। मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 97.67 प्रतिशत है।
आंकड़ों के अनुसार, देश में अभी तक कुल 51,11,84,547 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई है, जिनमें से 17,92,755 नमूनों की जांच मंगलवार को की गई। दैनिक संक्रमण दर 2.10 प्रतिशत है, जो पिछले 30 दिन से तीन प्रतिशत से कम है। वहीं, साप्ताहिक संक्रमण दर 1.92 प्रतिशत है, जो पिछले 61 दिन से तीन प्रतिशत से कम है। देश में अभी तक कुल 3,17,54,281 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और कोविड-19 मृत्यु दर 1.34 प्रतिशत है।
देश में बुधवार को सुबह तक कोविड-19 रोधी टीकों की कुल 59.55 करोड़ खुराक दी जा चुकी हैं।
देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितम्बर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितम्बर को 50 लाख, 28 सितम्बर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवम्बर को 90 लाख के पार हो गए। देश में 19 दिसम्बर को ये मामले एक करोड़ के पार, चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे।
आंकड़ों के अनुसार, देश में पिछले 24 घंटे जिन 648 लोगों की मौत हुई, उनमें से महाराष्ट्र के 288 और केरल के 173 लोग थे।
मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में संक्रमण से अभी तक कुल 4,35,758 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से महाराष्ट्र के 1,36,355, कर्नाटक के 37,184, तमिलनाडु के 34,761, दिल्ली के 25,079, उत्तर प्रदेश के 22,794, केरल के 19,757 और पश्चिम बंगाल के 18,383 लोग थे।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है।