नई दिल्ली, एजेंसी : रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने कहा है कि दुनिया में अभी क्रिप्टोकरेंसी का बाजार गर्म है, लेकिन जल्द ही मौजूदा डिजिटल मुद्राओं में से ज्यादातर खत्म हो जाएंगी। उन्होंने यह टिप्पणी ऐसे समय में की है जबकि केंद्र सरकार शीतकालीन सत्र में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर एक बिल पेश करने वाली है, जबकि दूसरी ओर इस डिजिटल करेंसी में निवेशकों की रुचि बढ़ रही है।
महज एक या दो क्रिप्टोकरेंसी बचेंगी
इस समय दुनिया में करीब 7,000 क्रिप्टोकरेंसी चलन में हैं। इनमें से कुछ बहुत ज्यादा लोकप्रिय हो चुकीं हैं, जिनमें बिटक्वाइन, इथेरियम और टेथर शामिल हैं। राजन ने एक साक्षात्कार के दौरान कहा कि भले ही अभी हजारों की संख्सा में क्रिप्टोकरेंसी चलन में हैं, लेकिन आने वाले समय में इनमें से सिर्फ एक या दो क्रिप्टोकरेंसी ही बाकी रह जाएंगी।
चिटफंड की तरह समस्याएं आएंगी
लोगों के बीच बढ़ती क्रिप्टोकरेंसी की लोकप्रियता पर रघुराम राजन का कहना है कि क्रिप्टोकरंसी में भी चिट फंड जैसी ही समस्याएं हो सकती हैं। चिट फंड लोगों से पैसे लेते हैं और देखते ही देखते धराशायी हो जाते हैं। जबकि निवेशक हाथ मलते और प्रदर्शन करते नजर आते हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में क्रिप्टो संपत्ति रखने वाले बहुत से लोग पीड़ित होने जा रहे हैं।
राजन बोले- मूर्ख खरीदना चाहते हैं इसे
आरबीआई के पूर्व गवर्नर ने यहां तक कह दिया कि अधिकांश क्रिप्टोकरेंसी का वजूद सिर्फ इसलिए है क्योंकि केवल इसलिए है मूर्ख लोग उन्हें खरीदना चाहते हैं। इनकी कीमतों में एक दम उछाल आना भी ऐसे निवेशकों को आकर्षित करता है। उन्होंने कहा कि अधिकांश क्रिप्टो का स्थायी मूल्य नहीं है, लेकिन अच्छा रिटर्न देने के चलते अपनी उपस्थिति बनाए रख सकते हैं।