नई दिल्ली : ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (AIUDF) यानी अखिल भारतीय संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा के अध्यक्ष बदरुद्दीन अजमल ने जनंसख्या वृद्धि पर अजीबोगरीब बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मन बहलाने का कोई साधन नहीं होने के कारण लोग ज्यादा बच्चे पैदा कर रहे हैं। अजमल ने यह बात विशेषकर मुस्लिम परिवारों के संदर्भ में कही। एक न्यूज वेबसाइट से बातचीत के दौरान उन्होंने माना कि

जनसंख्या विस्फोट आज के दौर की एक बड़ी समस्या है, लेकिन उन्होंने इसके पीछे ऐसा तर्क दे डाला जिसे सुनकर किसी की भी हंसी छूट जाए।

बढ़ती आबादी पर अजमल का हास्यास्पद बयान

बढ़ती आबादी की समस्या का समाधान क्या है? इस सवाल पर अजमल ने कहा, “उनके पास एंटरटेनमेंट के लिए क्या आपने दिया? टेलिवीजन उनके पास है? रहने के लिए तो घर नहीं है। हवा के लिए पंखा उनके पास नहीं है। करंट नहीं है, बिजली नहीं है। इंसान हैं वो भी। गरीब जब रात को उठेगा, मियां-बीबी हैं, दोनों जवान हैं। क्या करेंगे? बच्चे ही तो पैदा करेंगे और क्या करेंगे?”

गजब का बेतुका बयान

दरअसल, अजमल ने अपना जवाब दो हिस्सों में दिया। पहले हिस्से में उन्होंने कहा, “पॉपुलेशन एक समस्या है। इससे कोई इनकार नहीं कर सकता है। सॉल्युशन यही है कि लोगों को तालीम दो, एजुकेट करो, पढ़ाओ। जब वो पढ़-लिख लेंगे तो अपने अच्छे-बुरे को खुद समझेंगे।” लेकिन दूसरे हिस्से में उन्होंने गरीबी का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा, “दूसरी बात गरीबी है। जब तक आप गरीबी दूर नहीं करेंगे, ये सब समस्याएं दूर होने वाली नहीं हैं।” इसके बाद उन्होंने एंटरटेनमेंट, बिजली, पंखा और जवानी का बेतुका बयान दे डाला।

आजम खान भी किया करते थे ऐसी ही बातें

ऐसा नहीं है कि अजमल मुसलमानों में ज्यादा बच्चे पैदा करने की समस्या पर इस तरह की बात करने वाले पहले मुस्लिम नेता हैं। उनसे पहले उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री और समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता आजम खान भी इसी तरह के बयान बार-बार दे चुके हैं। उन्होंने अप्रैल 2015 में मुसलमानों को लेकर कहा था, “हम गरीब हैं, इसलिए ज्यादा बच्चे पैदा करते हैं।” उन्होंने कहा, “हम गरीब है इसलिए कोई काम नहीं है। बीबी क्लब नहीं जा सकती, यारों की महफिल में नहीं जा सकती, उसकी दोस्तें नहीं होती। वो बीबी होती है और शौहर होता है, इसलिए खानदान भी बड़ा होता है।”

फिर फरवरी 2017 में इलाहाबाद की एक चुनावी रैली में भी आजम ने कुछ ऐसा ही कुर्तक दिया। उन्होंने कहा कि मुसलमान ज्यादा बेरोजगार हैं, इसलिए ज्यादा बच्चे भी पैदा कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “मुस्लिम बेरोजगार हैं जिस वजह से वो ज्यादा बच्चे पैदा करते हैं। उनके पास कोई काम नहीं है।” उन्होंने कहा “अगर अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को काम मिले तो वो ऐसा नहीं करेंगे।”

उठता रहता है मुस्लिम आबादी का मुद्दा

दरअसल, आजम खान बीजेपी सांसद साक्षी महाराज के बयान का जवाब दे रहे थे। साक्षी महाराज ने देश की बढ़ती जनसंख्या के लिए मुसलमानों को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा था, “जनसंख्या में लगातार इजाफा हो रहा है और यह देश की एक बड़ी समस्या है। लेकिन हिन्दू इसके जिम्मेदार नहीं है। इसके लिए 4 पत्नी और 40 बच्चों की बात करने वाले लोग जिम्मेदार हैं।”

ध्यान रहे कि देश में बढ़ती की आबादी और जनसंख्या असंतुलन का विषय राजनीति का एक बड़ा मुद्दा बन चुका है। कुछ हिंदूवादी संगठनों और नेताओं का मानना है कि मुसलमान जान-बूझकर ज्यादा बच्चे पैदा कर रहे हैं ताकि वो चुनाव मैदान से लेकर शक्ति प्रदर्शन के अन्य मौकों पर हिंदुओं की बराबरी कर सकें और आगे जाकर उन्हें पछाड़ भी सकें। हालांकि, मुसलमान बढ़ती आबादी के पीछे गरीबी और बेरोजगारी का तर्क देते हैं। इसी क्रम में कई लोग कुतर्क भी कर बैठते हैं।

 

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