कोकराझार : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को असम के कोकराझार में चुनाव प्रचार किया। उन्होंने कांग्रेस और बदरुद्दीन अजमल के गठबंधन पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस एक महाझूठ बनाकर, एक बार फिर कोकराझार सहित पूरे बोडोलैंड टेरिटोरियल रीजन को छलने निकली है। जिस दल के नेताओं ने कोकराझार को हिंसा की आग में झोंका था, आज कांग्रेस ने अपना हाथ और अपना भाग्य उन लोगों को थमा दिया है। कांग्रेस के कुशासन ने कैसे कोकराझार को सालों साल झुलसने दिया ये आप और हम कभी भी भूल नहीं सकते हैं। कोकराझार के युवा, बहनें और यहां का हर नागरिक हिंसा का वो दौर भूला नहीं है।
मोदी के भाषण की अहम बातें
1. असम के लोगों ने कांग्रेस को रेड कार्ड दिखा दिया
पूरा हिंदुस्तान जानता है कि यहां के नौजवानों में फुटबॉल बहुत फेमस है। उन्हीं की भाषा में कहूं तो कांग्रेस और उसके महाझूठ को फिर रेड कार्ड दिखा दिया गया है। असम के विकास के लिए असम के लोगों का विश्वास NDA पर है। असम में शांति और सुरक्षा के लिए असम के लोगों का विश्वास NDA पर है।
- असम के लोगों को डबल इंजन की सरकार पर विश्वास
असम में पहले चरण की वोटिंग में लोगों ने NDA को भरपूर आशीर्वाद दिया है। असम ने डबल इंजन की सरकार की भव्य विजय पर मोहर लगा दी है। यह चुनाव महाजोत के महाझूठ और डबल इंजन के महाविकास के बीच है। कांग्रेस ने हमारे सत्रों, हमारे नामघरों को अवैध कब्जा गिरोहों के हवाले किया, एनडीए ने उनको मुक्त किया। कांग्रेस ने बराक, ब्रह्मपुत्र, पहाड़, मैदान- सबको भड़काया, NDA ने इनको विकास के सेतु से जोड़ा है। - कांग्रेस ने सभी जनजातियों के साथ धोख किया
कांग्रेस ने टी गार्डन में काम करने वाले साथियों को कभी पूछा तक नहीं। ये NDA की ही सरकार है जिसने टी गार्डन्स में काम करने वाले मजदूर भाई-बहनों की हर चिंता के समाधान का प्रयास किया। ऐसी कोई जनजाति नहीं जिससे कांग्रेस ने विश्वासघात नहीं किया। वहीं NDA सरकार, कोच, राजबोन्शी, मोरान, मोटोक, सूतिया, सभी जनजातियों के हित में कदम उठा रही है। इसके लिए नई डेवलपमेंट काउंसिल बनाने का काम यहां तेजी से चल रहा है। - कांग्रेस के असम को हिंसा में झोंका
मुझे संतोष है कि 2016 में बीटीआर में शांति और विकास का जो वादा हमने किया था, उसे लेकर हमने बहुत ईमानदार प्रयास किया है। कांग्रेस के लंबे शासन ने असम को बम, बंदूक और ब्लॉकेड में झोंक दिया था। NDA ने असम को शांति और सम्मान की सौगात दी है। हमारी कोशिश है कि हर जनजाति को उसकी परंपरा, उसकी भाषा, उसके रोजगार के लिए सुरक्षा भी मिले, सम्मान भी मिले, इस दिशा में निरंतर काम जारी है। - शांति, समृद्धि और सुरक्षा ही शांति का मंत्र
ये अटल जी की ही NDA सरकार थी, जिसने बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल का अधिकार आपको दिया। ये NDA की वर्तमान केंद्र सरकार है, जिसने स्थाई शांति के लिए ऐतिहासिक बोडो अकॉर्ड पर मुहर लगाई। आज बीटीआर का विस्तार भी हुआ है और विकास की नई शुरुआत भी हुई है। बोडोलैंड के स्थाई विकास के लिए हमारा मंत्र है- पीस, प्रोग्रेस और प्रोटेक्शन यानी, शांति, समृद्धि और सुरक्षा। बोडो भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में डालने का काम भी किया जा चुका है। बोडो समाज की पहचान को सुरक्षित रखने के लिए और समृद्ध करने के लिए एनडीए सरकार प्रतिबद्ध है। - शांति और विकास के इस मिशन में सभी जुड़ें
लंबे समय के बाद असम में शांति लौटी है। जो साथी बंदूक छोड़कर लौटे हैं, उनकी हर संभव सहायता के लिए NDA सरकार प्रतिबद्ध है। अभी भी जो साथी नहीं लौटे हैं, उनसे भी मेरा आग्रह है कि शांति और विकास के इस मिशन से आप आप भी जुड़ जाइए। - अपमान की सजा महाझूठ को मिलेगी
कांग्रेस के नेता बार-बार कहते हैं कि ये ताला-चाबी वाले असम की पहचान हैं। कांग्रेस के झूठ, उसकी साजिश को समझिए। सत्ता में वापसी के लिए कांग्रेस इन लोगों के सामने समर्पण कर चुकी है। इस अपमान की सजा कांग्रेस को तो मिलेगी ही, इस पूरे महाझूठ को मिलेगी।