नयी दिल्ली : कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने शनिवार को कहा कि पड़ोसी राज्य तमिलनाडु के विरोध के बावजूद राज्य को केंद्र की मंजूरी मिलेगी और कावेरी नदी पर मेकेदातु पेयजल परियोजना को लागू किया जाएगा।
उनकी टिप्पणी भाजपा की तमिलनाडु इकाई के नवनियुक्त अध्यक्ष के अन्नामलाई की घोषणा के बाद आई है कि भगवा पार्टी की राज्य इकाई मेकेदातु परियोजना पर आगे बढ़ने के कर्नाटक के फैसले का विरोध करेगी।
बोम्मई ने यहां संवाददाताओं से कहा, ”वह (अन्नामलाई) अपना काम करेंगे। यह हमसे संबंधित नहीं है। अन्नामलाई उपवास कर रहे हैं, इसमें मैं क्या करूं।”
उन्होंने कहा कि कर्नाटक के पास नदी के पानी को लेकर सभी अधिकार हैं और वह निश्चित रूप से मेकेदातु परियोजना को लागू करेगा।
बोम्मई ने कहा कि राज्य सरकार ने विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार कर केंद्र को मंजूरी के लिए सौंप दी है।
उन्होंने कहा, ”हमें इसके लिए मंजूरी मिल जाएगी। किसी को भी उपवास करने दें या खाने दें।”
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की तमिलनाडु इकाई ने मेकेदातु परियोजना शुरू करने के कर्नाटक के फैसले के विरोध में 5 अगस्त को कावेरी डेल्टा क्षेत्र में एक दिन के उपवास का आयोजन करने की योजना बनाई है। कर्नाटक में भाजपा की ही सरकार है।
मुख्यमंत्री के रूप में अपनी पहली यात्रा पर दिल्ली में मौजूद बोम्मई ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया और संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी से मुलाकात की।
वह महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने के लिए राज घाट पहुंचे और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को उनके स्मारक सदैव अटल पर जाकर श्रद्धांजलि दी।
बीएस येदियुरप्पा के इस्तीफे के बाद मंगलवार को कर्नाटक में भाजपा विधायक दल के नए नेता चुने गए बोम्मई ने बुधवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।