नयी दिल्ली/गंगटोक, एजेंसी : पूर्वी सिक्किम में में चीनी आक्रमण को रोकने के लिए भारतीय सेना एक बार फिर से हाई अलर्ट पर तैनात है। सेना के जवान किसी भी खतरे का मुकाबला करने के लिए तैयार हैं। इसके अलावा बीते शुक्रवार को भारतीय सेना के जवानों ने सीमा के सभी मोर्चों पर बोफोर्स तोपों को तैनात किया है ताकि खतरे की किसी भी स्थिति में दुश्मनों पर प्रहार किया जा सके। बता दें कि भारत की सीमा चार देशों से मिलती हैं। भूटान, नेपाल, बांग्लादेश और चीन इसमें सबसे खास चीन और सिक्किम से लगने वाली 226 किलोमीटर की सीमा है जहां से सबसे अधिक खतरा है। इसलिए सबसे अधिक सेना की तैनाती चीन से लगने वाली सीमा पर है।
चीन पर भरोसा करना मुश्किल
सूत्रों के अनुसार चीन एक बार फिर से सीमा पर गांव बसाने की कोशिश कर रहा है और रास्ता को चौड़ा करने की कोशिश कर रहा है। चीन ने पहाड़ को काटकर लंबे रास्ते का निर्माण कर दिया है जिससे कि टैंकर भी कुछ घंटो में सीमा तक पहुंच जाए। इसलिए अब भारतीय जवान सतर्क हो गए हैं और ड्रैगन की हर चाल पर पैनी नजर बनाए हुए है।
डोकलाम-गलवान के बाद भारतीय जवान सतर्क
साल 2017 और 2020 के बाद गलवान और डोकलाम में जो झड़प हुई थी, इन बातों को ध्यान में रखते हुए भारतीय सेना ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है। इन सभी जगहों पर फोर्स लगाई गई है। लेकिन भारतीय सेना के लिए एक चुनौती है, जो सड़क है, जब भी खराब मौसम या बारिश के कारण भूस्खलन होता है तो इन्हें सीमा तक ले जाना एक बड़ी चुनौती होती है।