नई दिल्ली :  देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों का आयोजन होना है और इसी बीच कोरोना वायरस महामारी का संकट एक बार फिर गहराया है। ऐसे में शनिवार को भारतीय निर्वाचन आयोग की ओर से एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया, जिसमें आयोग ने स्पष्ट किया कि पांचों राज्यों में चुनाव तय समय पर ही होंगे। इन राज्यों में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, होवा और मणिपुर हैं।
इस दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने बताया कि कोरोना महामारी और इस वायरस के नए व अधिक संक्रामक वैरिएंट ओमिक्रॉन के तेज प्रसार के बीच आयोग ने किस तरह चुनाव आयोजित करने की तैयारी की है। उन्होंने कहा कि महामारी के बीच चुनाव करवाना चुनौती है लेकिन यह हमारा कर्तव्य भी है।
आगे पढ़िए भारतीय निर्वाचन आयोग की प्रेस वार्ता की बड़ी बातें…
  • मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुशील चंद्रा ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी के बीच चुनाव आयोजित करवाना चुनौतीपूर्ण है लेकिन यह हमारा कर्तव्य है। इसके लिए नए नियम बनाए गए हैं और लगातार तैयारियां की जा रही हैं।
  • पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव सात चरणों में होंगे। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव का पहला चरण 10 फरवरी को होगा। वहीं, 10 मार्च को सभी पांचों राज्यों के विधानसभा चुनावों की मतगणना की जाएगी।
  • आयोग के अनुसार इस बार चुनावों को लेकर तीन उद्देश्यों पर काम किया गया है। ये उद्देश्य कोविड मुक्त चुनाव, मतदाताओं की सुरक्षा व सहूलियत और मतदान में अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करना हैं।
  • इन पांच राज्यों में कुल 18.34 करोड़ मतदाताओं को अपने मताधिकार का उपयोग करने का मौका मिलेगा। आयोग के अनुसार इस बार पांचों राज्यों में 24.9 लाख मतदाताओं को पहली बार वोट डालने का अवसर मिलेगा।
  • आयोग ने बताया कि कुल मतदाताओं में महिलाओं की संख्या 8.55 करोड़ है। इनमें से 11.04 लाख महिलाएं पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगी। आयोग के अनुसार महिला मतदाताओं की भागीदारी बढ़ी है।
  • सुरक्षित चुनाव सुनिश्चित करने के लिए मतदान केंद्रों की संख्या बढ़ाई गई है। पांचों राज्यों में कुल दो लाख 15 हजार 368 केंद्र होंगे। हर केंद्र पर अधिकतम 1250 मतदाता ही रहेंगे। कोरोना से बचने के इंतजाम किए जाएंगे।
  • हर विधानसभा क्षेत्र में कम से कम एक ऐसा मतदान केंद्र होगा जिसका संचालन महिला कर्मचारी ही करेंगी। यह फैसला महिला मतदाताओं को चुनावी प्रक्रिया में भाग लेने के प्रति उत्साहित करने के लिए लिया गया है।
  • निर्वाचन आयोग ने बताया कि कोरोना वायरस महामारी से सुरक्षा के लिए सभी मतदान केंद्रों पर सैनिटाइजर और मास्क जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। शारीरिक दूरी जैसे नियमों का पूरी तरह पालन किया जाएगा।
  • उत्तर प्रदेश में 403, पंजाब में 117, उत्तराखंड में 70, मणिपुर में 60 और गोवा में 40 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव किया जाएगा। चंद्रा ने कहा कि कोविड-19 को देखते हुए सुरक्षित चुनाव करवाना हमारा प्रमुख लक्ष्य है।
  • उम्मीदवारों को ऑनलाइन नामांकन की वैकल्पिक सुविधा मिलेगी। आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों को अखबारों, टीवी चैनलों पर प्रचार के दौरान तीन बार अपने खिलाफ लंबित मुकदमों की जानकारी देनी होगी।
  • निर्वाचन आयोग ने बताया कि चुनाव के दौरान धन बल व सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग को कतई स्वीकार नहीं किया जाएगा। पांचों राज्यों में निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित करने के लिए एक समग्र कार्य योजना तैयार की गई है।
  • आदर्श आचार संहिता का किसी भी तरह से उल्लंघन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और इससे सख्ती से निपटा जाएगा। 15 जनवरी तक किसी रैली या यात्रा की अनुमति नहीं होगी, डिजिटल माध्यम से प्रचार पर जोर रहेगा।
  • 15 जनवरी 2022 तक किसी भी तरह के रोड शो, पदयात्रा, साइकिल रैली, बाइक रैली और जुलूस निकालने की अनुमति नहीं होगी। चुनाव आयोग स्थिति की समीक्षा करेगा और बाद में नए दिशानिर्देश जारी किए जाएंगे।

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