नई दिल्ली, एजेंसी : नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने सोमवार को मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि मैं राजनाथ सिंह से सहमत हूं कि भारत का विभाजन एक ऐतिहासिक भूल थी। इसका खामियाजा भारतीय मुसलमानों को भुगतना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान की लड़ाई केवल धार्मिक तनाव को बढ़ाती है। इसे टाला जा सकता था अगर यह केवल एक राष्ट्र होता। वहीं इससे पहले शनिवार को फारूक अब्दुल्ला ने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कश्मीरी पंडित के मुद्दे पर भी बात की थी। उन्होंने कहा था कि कश्मीरी पंडित तीन दशकों से अपनी सम्मानजनक वापसी और पुनर्वास के लिए तरस रहे हैं। ये मुद्दा बहुत ही महत्वपूर्ण है। अब्दुल्ला ने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस ही एकमात्र ऐसी पार्टी है, जो पंडितों की घाटी में वापसी और पुनर्वास को सुनिश्चित कर सकती है।
जानिए क्या कहा था राजनाथ सिंह ने
भारत-बांग्लादेश मित्रता समारोह के अवसर पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि पाक हमेशा छद्म युद्ध किया है। इस लड़ाई से भी यह पता चलता है कि धर्म के आधार पर भारत का विभाजन एक ऐतिहासिक गलती थी। पाकिस्तान का जन्म धर्म के आधार पर हुआ था, फिर भी वह एक नहीं रह सका। 1971 की हार के बाद से हमारा पड़ोसी भारत से लगातार छद्म युद्ध करता रहा है।
फारूक अब्दुल्ला हमेशा से पाकिस्तान से बात करने के पक्ष में रहे हैं
नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कश्मीर घाटी में आतंकवादियों द्वारा दो पुलिसकर्मियों की हत्या पर दुख जताते हुए शनिवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को खत्म करने के लिए पाकिस्तान के साथ बातचीत करनी ही होगी, इसके अलावा कोई विकल्प नहीं है।