नई दिल्ली  : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को  कहा कि केंद्रीय बजट 2022-23 का फोकस कृषि क्षेत्र को आधुनिक और स्मार्ट बनाने का होगा। इस दौरान प्रधानमंत्री ने कृषि क्षेत्र को मजबूत करने में बजट के योगदान को लेकर भी चर्चा की।

पीएम मोदी ने कहा कि पिछले सात सालों में सरकार ने बीज से लेकर बाजार तक कृषि मूल्य श्रृंखला के लिए कई पहल की है। इसके साथ ही पुरानी प्रणालियों में सुधार किया गया है। स्मार्ट कृषि पर बजट के बाद वेबिनार को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कृषि बजट पिछले छह सालों में कई गुना बढ़ा है। किसानों के लिए ऋण भी सात वर्ष में 2.5 गुना बढ़ाया गया है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि इस बजट को स्मार्ट और आधुनिक बनाने के लिए सात मुख्य रास्तों का सुझाव दिया गया है। इनमें गंगा के किनारे मिशन मोड पर प्राकृतिक खेती, नदी के दोनों ओर के किनारों पर पांच किमी चौड़े कॉरिडोर, आधुनिक खेती उपलब्ध कराने के साथ ही 1.5 लाख डाकघरों में नियमित बैंकिंग सुविधाएं पहुंचाना शामिल है।

पीएम मोदी ने आह्वना किया कि स्टार्टअप से देश में मृदा परीक्षण प्रयोगशालाओं का नेटवर्क बनाने के लिए आगे आए। उन्होंने कहा कि कृषि अवशेषों (पराली) का प्रबंधन भी जरूरी है। इसके लिए भी बजट में कुछ उपाय सुझाए गए हैं, जिससे कार्बन उत्सर्जन कम होगा और किसानों को भी अतिरिक्त आय मिल सकेगी।

 

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