नयी दिल्ली, एजेंसी। आसन्न उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शनिवार को 107 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर शहर से चुनाव लड़ेंगे जबकि उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य कौशाम्बी जिले की सिराथू सीट से चुनाव मैदान में उतरेंगे।

केंद्रीय मंत्री और उत्तर प्रदेश के चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने पार्टी मुख्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में शनिवार को यह घोषणा की।

योगी और मौर्य अभी विधानपरिषद के सदस्य हैं। योगी पांच बार गोरखपुर से सांसद रह चुके हैं जबकि मौर्य ने 2012 में अपना पहला चुनाव सिराथू से ही जीता था। इसके बाद उन्होंने लोकसभा चुनाव में फूलपुर संसदीय सीट से जीत दर्ज की थी। वर्ष 2017 में उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद उन्हें उपमुख्यमंत्री बनाया गया था।

प्रधान ने कहा कि भाजपा की सर्वोच्च नीति निर्धारक संस्था संसदीय बोर्ड ने योगी को गोरखपुर से और मौर्य को सिराथू से चुनाव लड़ाने का फैसला किया।

पार्टी ने जिन 107 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की है, उनमें से 105 सीटों पर पहले और दूसरे चरण में मतदान होना है। गोरखपुर में छठवें चरण के तहत तीन मार्च को जबकि सिराथू में पांचवें चरण के तहत 27 फरवरी को मतदान होना है।

पार्टी ने 20 वर्तमान विधायकों के टिकट भी काटे हैं।

प्रधान ने कहा, ‘‘आज हमने 107 प्रत्याशियों की घोषणा की है। उसमें वर्तमान विधायक 83 थे। हमने उनमें से 63 को फिर से टिकट दिया है। हम 20 सीटों पर उन मित्रों को अन्य कामों में नियोजित करना तय किया है।’’

पहले और दूसरे चरण में कुल 113 सीटों पर मतदान होना है। पार्टी ने पहले चरण की एक और दूसरे चरण की आठ सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की।

प्रधान ने कहा कि इन आठ सीटों पर उम्मीदवारों के नामों को लेकर विचार-विमर्श हुआ है और इस पर फैसला लेने का अधिकार भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा पर छोड़ दिया गया है।

उन्होंने कहा कि इनमें से कुछ सीटें गठबंधन में शामिल दलों को भी जाएगी। उत्तर प्रदेश में भाजपा का अपना दल (एस) और निषाद पार्टी से गठबंधन हुआ है।

उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी सहित पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति के अन्य सदस्यों ने बृहस्पतिवार को हुई एक बैठक में अब तक घोषित नामों पर मुहर लगाई थी।

योगी आदित्यनाथ को अयोध्या सीट से चुनाव लड़ाने को लेकर जोर शोर से चर्चा थी और पार्टी में इस पर चर्चा भी हुई थी लेकिन अंतिम फैसला पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) पर छोड़ दिया गया था।

इस बारे में पूछ जाने पर प्रधान ने बताया कि योगी आदित्यनाथ ने किसी सीट विशेष से चुनाव लड़ने का कोई आग्रह नहीं किया था बल्कि उन्होंने कहा था कि पार्टी राज्य की 403 में से किसी भी सीट से उन्हें चुनाव लड़ाने का फैसला कर सकती है।

उन्होंने कहा, ‘‘पार्टी ने उन्हें गोरखपुर शहर से चुनाव लड़ाना तय किया और योगी आदित्यनाथ ने इसे सहर्ष स्वीकार किया।’’

पहले और दूसरे चरण के लिए घोषित उम्मीदवारों में मथुरा से ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा, शाहजहांपुर से राज्य के वित्त व संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना, थानाभवन से गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग मंत्री सुरेश राणा, आगरा ग्रामीण से उत्तराखंड की पूर्व राज्यपाल बेबी रानी मौर्य, नोएडा से पंकज सिंह, सरधना से संगीत सोम प्रमुख नाम हैं।

प्रधान ने कहा कि पार्टी ने 21 नए चेहरों को टिकट दिया है, जिनमें युवा, महिला और समाज के विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाले प्रबुद्ध लोग शामिल हैं।

उन्होंने कहा कि जीत की संभावना के साथ ही पार्टी और उसकी विचारधारा के प्रति समर्पन को उम्मीदवारों के चयन का मुख्य आधार बनाया गया।

यह पूछे जाने पर कि पार्टी ने किस जाति के कितने नेताओं को अपना उम्मदवार बनाया है, इसके जवाब में भाजपा नेता ने कहा कि यदि आप सूची पर गौर करेंगे तो पाएंगे कि यह सर्वस्पर्शी और सर्वसमावेशी है।

बड़ी संख्या में भाजपा विधायकों के पार्टी छोड़ने और समाजवादी पार्टी में शामिल होने के सवाल पर प्रधान ने कहा कि उनकी पार्टी बड़ी है और लोग आते-जाते रहते हैं लेकिन चुनाव में मुद्दा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विश्वसनीयता, केंद्र व राज्य सरकार का प्रदर्शन और उनके द्वारा गरीबों के लिए चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं हैं।

उन्होंने दावा किया कि पिछले पांच वर्षों में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में राज्य सरकार ने कल्याणकारी, सर्वस्पर्शी और संवेदनशील सरकार दिया है, उन्होंने राज्य को भ्रष्टाचार और दंगामुक्त किया है।

उन्होंने चुनावों में भाजपा गठबंधन को स्पष्ट बहुमत मिलने और 300 से अधिक सीटें जीतने का दावा किया।

ज्ञात हो कि उत्तर प्रदेश में सात चरणों में मतदान होना है। इसकी शुरुआत 10 फरवरी को राज्य के पश्चिमी हिस्से के 11 जिलों की 58 सीटों पर मतदान के साथ होगी। दूसरे चरण में 14 फरवरी को राज्य की 55 सीटों पर मतदान होगा।

उत्तर प्रदेश की 403 सदस्यीय विधानसभा के लिए तीसरे चरण में 59 सीटों पर, 23 फरवरी को चौथे चरण में 60 सीटों पर, 27 फरवरी को पांचवें चरण में 60 सीटों पर, तीन मार्च को छठे चरण में 57 सीटों पर और सात मार्च को सातवें चरण में 54 सीटों पर मतदान होगा।

 

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