नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को भारत-बांग्लादेश के बीच बने मैत्री सेतु पुल का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने इशारों-इशारों में बंगाल की ममता सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जहां डबल इंजन की सरकार नहीं है, वहां हाल सभी को पता हैं। आपके पड़ोस में ही (पश्चिम बंगाल) गरीबों, किसानों, बेटियों को सशक्त करने वाली योजनाएं या तो लागू ही नहीं की गई, या बहुत धीमी गति से चल रही हैं। डबल इंजन सरकार का सबसे बड़ा असर गरीबों को पक्के घर देने में दिख रहा है।
उन्होंने कहा कि आज त्रिपुरा पुरानी सरकार के 30 साल और डबल इंजन की 3 साल की सरकार में आए बदलाव को स्पष्ट अनुभव कर रहा है। जहां कमीशन और भ्रष्टाचार के बिना काम होने मुश्किल थे, वहां आज सरकारी लाभ लोगों के बैंक खाते में डायरेक्ट पहुंच रहा है।
प्रधानमंत्री के भाषण की अहम बातें
डबल इंजन सरकार के फायदे गिनाए
2017 से पहले त्रिपुरा के 5.80 लाख घरों में गैस कनेक्शन था, आज राज्य के 8.50 लाख घरों में गैस कनेक्शन है। डबल इंजन की सरकार बनने से पहले त्रिपुरा में सिर्फ 50% गांव खुले में शौच से मुक्त थे, आज त्रिपुरा का करीब-करीब हर गांव खुले में शौच से मुक्त है।
उद्योगों, नए निवेश के लिए जगह बन रही
जिस त्रिपुरा को हड़ताल कल्चर ने बरसों पीछे कर दिया था, आज वो ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के लिए काम कर रहा है। जहां कभी उद्योगों में ताले लगने की नौबत आ गई थी, वहां अब नए उद्योगों, नए निवेश के लिए जगह बन रही है।
बीते 6 साल में त्रिपुरा को केंद्र सरकार से मिलने वाली राशि में बड़ी वृद्धि की गई है। 2009 से 2014 के बीच केंद्र सरकार से त्रिपुरा को केंद्रीय विकास परियोजनाओं के लिए 3500 करोड़ रुपए की मदद मिली थी, जबकि साल 2014 से 19 के बीच 12 हजार करोड़ रुपए से अधिक की मदद दी गई है।
भाजपा सरकार की 3 साल की उपलब्धियां गिनाईं
जो कर्मचारी समय पर सैलरी पाने के लिए भी परेशान हुआ करते थे, उनको 7वें पे कमीशन के तहत सैलरी मिल रही है। जहां किसानों को अपनी उपज बेचने के लिए अनेक मुश्किलें उठानी पड़तीं थीं, वहीं पहली बार त्रिपुरा में किसानों से MSP पर खरीद सुनिश्चित हुई। त्रिपुरा की कनेक्टिविटी के इंफ्रास्ट्रक्चर में बीते 3 साल में तेजी से सुधार हुआ है। एयरपोर्ट का काम हो, या समंदर के रास्ते त्रिपुरा को इंटरनेट से जोड़ने का काम हो, या रेल लिंक, इनमें तेजी से काम हो रहा है।
नॉर्थ ईस्ट के लिए जलमार्ग पर काम चल रहा
अपने बांग्लादेश दौरे के दौरान मैंने और प्रधानमंत्री शेख हसीना जी ने मिलकर त्रिपुरा को बांग्लादेश से सीधे जोड़ने वाले ब्रिज का शिलान्यास किया था और आज इसका लोकार्पण किया गया है। मैत्री सेतु के अलावा दूसरी सुविधाएं जब बन जाएंगी, तो नॉर्थ ईस्ट के लिए किसी भी तरह की सप्लाई के लिए हमें सिर्फ सड़क मार्ग पर निर्भर नहीं रहना होगा। अब जल मार्ग के द्वारा एक वैकल्पिक मार्ग मिले, इसके लिए प्रयास किये जा रहे हैं।
ब्रू शरणार्थियों का भी जिक्र किया
त्रिपुरा के ब्रू शरणार्थियों की समस्याओं को दूर करने के लिए दशकों बाद समाधान हमारी ही सरकार के प्रयासों से मिला। हजारों ब्रू साथियों के विकास के लिए दिए गए 600 करोड़ रुपए के विशेष पैकेज से उनके जीवन में बहुत सकारात्मक परिवर्तन आएगा।
नॉर्थ ईस्ट की पोर्ट से कनेक्टिविटी और सशक्त होगी
फेनी ब्रिज के खुल जाने से अगरतला, इंटरनेशनल सी पोर्ट से भारत का सबसे नजदीक का शहर बन जाएगा। NH-08 और NH-208 के चौड़ीकरण से जुड़े जिन प्रोजेक्ट्स का आज लोकार्पण और शिलान्यास किया गया है, उनसे नॉर्थ ईस्ट की पोर्ट से कनेक्टिविटी और सशक्त होगी।
फेनी नदी पर बनाया गया पुल
यह पुल भारत और बांग्लादेश के बीच फेनी नदी पर बनाया गया है। इस पुल के बन जाने से त्रिपुरा के दक्षिणी हिस्से से बांग्लादेश के चटगांव तक पहुंचना आसान होगा। इससे माल और यात्रियों की आवाजाही आसान होगी। इससे पूर्वोत्तर राज्यों के प्रोडक्ट्स को नया बाजार मिलेगा।
फेनी नदी त्रिपुरा और बांग्लादेश में भारतीय सीमा के बीच बहती है। यह पुल नेशनल हाईवे एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने 133 करोड़ रुपए की लागत से तैयार किया गया है। इस पुल की लंबाई 1.9 किलोमीटर है। यह भारत में दक्षिण त्रिपुरा के कस्बे सबरूम को बांग्लादेश के रामगढ़ से जोड़ता है।
मोदी ने जांच चौकी की नींव भी रखी
PM मोदी ने इस कार्यक्रम के दौरान त्रिपुरा में इन्फ्रास्ट्रक्चर से जुड़े कई प्रोजेक्ट का भी शुभारंभ किया। इसमें सबरूम में इंटीग्रेटेड चेकपोस्ट तैयार करने के लिए नींव रखना भी शामिल है। इसके अलावा उन्होंने अगरतला स्मार्ट सिटी मिशन के तहत बने इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का उद्घाटन भी किया।