मुंबई, एजेंसी : भाजपा नेताओं विनय सहस्रबुद्धे और सुनील देवधर के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को महाराष्ट्र में रायगढ़ और कुलबा सहित कई किलों में अनधिकृत निर्माण के मुद्दे को लेकर केंद्रीय संस्कृति राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल से मिले। वहीं केंद्रीय मंत्री से मिलने के बाद सहस्रबुद्धे ने मीडिया से कहा कि महाराष्ट्र के कोल्हापुर में विशालगढ़ किले से भी इसी तरह के अवैध निर्माण की सूचना मिली है। हमने केंद्रीय मंत्री से मिलकर मूल्यांकन के लिए निर्वाचित प्रतिनिधियों और सरकारी अधिकारियों की एक उच्च स्तरीय समिति गठित करने का आग्रह किया।
महाराष्ट्र के किलों में अवैध निर्माण: सहस्रबुद्धे
उन्होंने कहा कि हाल ही में धार्मिक पूजा से जुड़े होने का दावा करने वाले नए अवैध निर्माण और संरचनाओं के नवीनीकरण की घटनाओं को हमारे ध्यान में लाया गया था। धार्मिक प्रथा को पुनर्जीवित करने के लिए प्रतिनिधिमंडल ने मेघवाल को एक ज्ञापन भी सौंपा है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में किलों को राष्ट्रीय महत्व के स्मारकों के रूप में घोषित किया गया है और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) द्वारा संरक्षित किया गया है। उन्होंने कहा कि छत्रपति शिवाजी को फोर्ट रायगढ़ में राजा के रूप में राज्याभिषेक किया गया था और फोर्ट कुलबा ने मराठा साम्राज्य के नौसैनिक अड्डे के रूप में सेवा की थी।
कई पुराने स्थलों पर पूजा स्थल बनाने की तैयारी: सहस्रबुद्धे
उन्होंने दावा किया कि महाराष्ट्र के सतारा जिले के चांदगढ़ किले के एक हिस्से का नाम पहले ही ‘दरगाह चंदन’ रख चुके हैं और पूजा स्थल बनाने की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने कहा इसी तरह, प्रसिद्ध लोहागढ़ किले में, स्थानीय लोगों ने उस स्थान पर बड़े पैमाने पर उर्स मनाना शुरू कर दिया है, जो एक स्थानीय ग्राम देवता भैरोबा का मंदिर था।