नई दिल्ली : संसद के बजट सत्र की शुरुआत सोमवार से हो गई। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण के साथ सत्र शुरू हुआ। सूत्रों के मुताबिक, लोकसभा की बिजनेस एडवाइजरी कमेटी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के लिए 12 घंटे का समय तय किया है। इसके बाद मंगलवार को पेश होने वाले बजट पर चर्चा के लिए भी 12 घंटे तय किए गए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब भी देंगे। पीएम मोदी सात फरवरी को लोकसभा और आठ फरवरी को राज्यसभा में धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब दे सकते हैं। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की अध्यक्षता में हुई बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की मीटिंग में विपक्षी पार्टियों ने साफ किया कि सरकार को पेगासस के मुद्दे पर साफ-साफ बात करने होगी। विपक्ष ने यह भी बताया कि कई विपक्षी नेता सूचना और प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव के खिलाफ विशेषाधिकार प्रस्ताव लाने का फैसला किया है।
सूत्रों के मुताबिक, संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने बताया कि आज की सर्वदलीय बैठक में 25 दलों ने भाग लिया। सरकार की ओर से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि बजट सत्र के पहले भाग में केवल राष्ट्रपति का अभिभाषण और बजट पेश किया जाता है। सत्र के दूसरे भाग में अन्य मुद्दों को उठाया जा सकता है।
जोशी ने बताया कि हमने कहा है कि यदि पार्टियां संसद के सुचारू संचालन में सहयोग करती हैं, तो सरकार सभी मुद्दों पर चर्चा करने के लिए तैयार है। हमें उम्मीद है कि यह सत्र सुचारू रूप से चलेगा। कई पार्टियों ने पेगासस का मुद्दा उठाया है। हमने यह स्पष्ट कर दिया है कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त समिति मामले की जांच कर रही है और बजट से संबंधित मुद्दों को उठाया जाना चाहिए।
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि सभी राजनीतिक दलों के नेताओं ने सहमति जताई है कि इस अहम बजट सत्र में सभी संसद की कार्यवाही सुचारू रूपसे चलाने के लिए सहयोग करेंगे। मैंने उनसे यह भी आग्रह किया कि राष्ट्रपति के अभिभाषण और बजट पर व्यापक चर्चा की जा सकती है। हम राष्ट्र के मुद्दों को उठा सकते हैं और चर्चा हो सकती है।
वहीं, राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से एक सर्वदलीय बैठक की, जिसमें यह निर्णय लिया गया कि बजट सत्र के पहले भाग में कोई विधायी कार्य नहीं होगा। धन्यवाद प्रस्ताव और आम बजट एजेंडे में होगा।