अक्सर कई मांओं को ब्रेस्टफीडिंग के दौरान ब्रेस्ट में कम दूध बनने की शिकायत हो जाती है। वहीं कुछ महिलाओं को लगता है कि ज्यादा दूध पीने से ब्रेस्ट मिल्क भी अधिक बनता है और इस चक्कर में वो ज्यादा दूध पीने लगती हैं। हालांकि, ऐसा कुछ करने से पहले आपको इसके बारे में पूरी जानकारी ले लेनी चाहिए।
पहली बार मां बनना खुशी तो देता है लेकिन ये खुशी कई मुश्किलों और नए अनुभवों के साथ भी आती है। शिशु को पहली बार स्तनपान करवाना, हर नई मां के लिए एक अलग एक्सपीरियंस होता है। शिशु के साथ-साथ नई मां को भी नहीं पता होता कि ब्रेस्टफीडिंग किस तरह करवानी है। मां और शिशु दोनों धीरे-धीरे ब्रेस्टफीडिंग करना और करवाना सीखते हैं।
हम सभी जानते हैं कि नवजात शिशु के पोषण और आहार का एकमात्र जरिया मां का दूध ही होता है। पहले 6 महीने शिशु बस मां का दूध पीता है। हालांकि, कई नई मांओं को ब्रेस्ट में कम दूध बनने की शिकायत आती है। शिशु के विकास के लिए ब्रेस्टमिल्क बहुत जरूरी होता है इसलिए अक्सर मांओं को यह चिंता रहती है कि किस तरह ब्रेस्ट में ज्यादा मिल्क बनाए ताकि शिशु को पूरा पोषण मिल सके।
इस संबंध में कई मांएं ये सोच बैठती हैं कि ज्यादा दूध पीने से ज्यादा ब्रेस्टमिल्क बढ़ता है। लेकिन क्या सच में ऐसा होता है? इस आर्टिकल में हम आपको यही बताने जा रहे हैं कि कि ब्रेस्टफीडिंग के दौरान दूध पीने से ब्रेस्ट में मिल्क बढ़ता है या नहीं और किन अन्य चीजों को खाने से ब्रेस्ट में कम दूध बनने की प्रॉब्लम को ठीक किया जा सकता है।
क्या दूध पीने से ब्रेस्टमिल्क बढ़ता है?
Babycenter.in में प्रकाशित एक लेख के अनुसार ब्रेस्टमिल्क सप्लाई बढ़ाने के लिए आपको ज्यादा दूध पीने की जरूरत नहीं है। आपका शरीर दूध की आपूर्ति को बनाए रखने के लिए बॉडी में पर्याप्त मात्रा में मिल्क रखता है।
ब्रेस्टफीडिंग की वजह से आपको प्यास लग सकती है इसलिए आप जब भी बेबी को दूध पिलाएं तो बीच में एक गिलास पानी जरूर पी लें।
कितना दूध पीना चाहिए
स्तनपान करवाने वाली मां को रोज 2.25 से 3.1 लीटर दूध पीना चाहिए। इसका मतलब है आपको 9 से 13 कप दूध पीना है। आपके मेटाबॉलिज्म और आप दिनभर में कितना काम करती हैं, इस पर दूध की मात्रा निर्भर करती है।
ब्रेस्टफीडिंग मदर को हाइड्रेट रहने की जरूरत होती है और वो दूध समेत अन्य पेय पदार्थों से अपने शरीर में फ्लूइड्स की पूर्ति कर सकती हैं।
दूध के अलावा क्या पिएं
ब्रेस्टफीडिंग मदर हाइड्रेट रहने के लिए पानी के अलावा, लस्सी, छाछ, नींबू पानी, नारियल पानी या फल और सब्जियों का जूस पी सकती है।
कब कम पिएं दूध
कहते हैं कि दूध कैल्शियम का बेहतरीन स्रोत होता है। दही, योगर्ट, चीज, पनीर और टोफू, बादाम, अंजीर, तिल के बीज और कुछ हरी सब्जियां भी कैल्शियम से युक्त होती हैं। दूध पीने में कोई नुकसान नहीं है लेकिन इसे ज्यादा पीने की जरूरत भी नहीं है, खासतौर पर अगर आप अन्य कैल्शियम वाली चीजें खा रही हैं तो आपको अधिक दूध पीने की आवश्यकता नहीं है।
ब्रेस्टमिल्क बढ़ाने के लिए टिप्स
जब भी शिशु को भूख लगे, उसे तभी दूध पिलाएं। जितना हो सके आराम करें। अगर स्ट्रेस है या नींद पूरी नहीं हो पा रही है, इससे दूध की सप्लाई प्रभावित हो सकती है। आप आराम करें ताकि ब्रेस्ट में दूध बन सके।