नई दिल्ली, एजेंसी : कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कोरोना वायरस वैक्सीन और ब्लैक फंगस की दवा की किल्लत को लेकर केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया है। गांधी ने शनिवार सुबह एक ट्वीट में इसके लिए ‘मोदी सिस्टम के कुशासन’ को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि इस संकट से जूझने के लिए ‘पीएम ताली-थाली बजाने की घोषणा करते ही होंगे।’ एक दिन पहले राहुल ने देश में बेहद कम वैक्सीनेशन को लेकर मोदी पर निशाना साधा था।
राहुल ने ट्वीट किया, “मोदी सिस्टम के कुशासन के चलते सिर्फ भारत में कोरोना के साथ-साथ ब्लैक फंगस महामारी है। वैक्सीन की कमी तो है ही, इस नयी महामारी की दवा की भी भारी कमी है। इससे जूझने के लिए PM ताली-थाली बजाने की घोषणा करते ही होंगे।”
वैक्सीनेशन में 50% की गिरावट
देश में कोरोना वायरस वैक्सीनेशन की रफ्तार काफी धीमी हो गई है। अप्रैल में जब से दूसरी लहर का प्रकोप शुरू हुआ, तब से वैक्सीनेशन तेज किया गया था। 10 अप्रैल को 36,59,356 लोगों को एक दिन में वैक्सीन की डोज लगाई गई थी, लेकिन इसके बाद आंकड़ा गिरने लगा। 21 मई को 24 घंटे में वैक्सीन की 17,97,274 डोज लगाई गईं। इन 40 दिनों के अंदर वैक्सीनेशन में 50 फीसदी यानी आधे की गिरावट दर्ज की गई। अलग-अलग राज्यों से आ रही खबरों के मुताबिक, उनके पास वैक्सीन की पर्याप्त उपलब्धता नहीं है।
बड़ी मुश्किल से मिल रही ब्लैक फंगस की दवा
कोविड-19 के बीच अब म्यूकोरमाइकोसिस (ब्लैक फंगस) के मामले कई राज्यों में तेजी से बढ़े हैं। दिल्ली, यूपी, हरियाणा, गुजरात, तमिलनाडु, राजस्थान, तेलंगाना, मध्यप्रदेश समेत कई और राज्यों में भी यह महामारी पांव फैला रही है। राजस्थान, गुजरात, हरियाणा, तेलंगाना, तमिलनाडु और अब यूपी ने ब्लैक फंगस को महामारी घोषित कर दिया है। इसके इलाज में यूज होने वाली दवा एम्फोटेरिसिन बी आसानी से नहीं उपलब्ध हो पा रही है। अधिकतर राज्यों ने केवल सरकारी अस्पतालों के जरिए इस दवा को मुहैया कराने का नियम बनाया है।
रेत में दबे शवों को लेकर भी राहुल ने साधा था निशाना
राहुल ने गुरुवार को गंगा नदी के किनारे रेत में दबे शवों को लेकर भी पीएम मोदी पर तंज कसा था। राहुल ने कहा था कि मोदी की ‘व्यवस्था’ का सिर उसी रेत में दफन है। राहुल गांधी ने एक ट्वीट में कहा, “गंगा नदी के किनारे दिखाई देने वाले हर शव के कपड़े कहते हैं कि मोदी की व्यवस्था का सिर उसी रेत में दब गया है।