नई दिल्ली : 4 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में वोटिंग के बीच भाजपा मंगलवार को अपना 41वां स्थापना दिवस मना रही है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशभर के पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। मोदी ने चुनावी राज्य बंगाल और केरल में पार्टी कार्यकर्ताओं पर हमले का मुद्दा उठाते हुआ कहा कि विरोधी आम जनता को भड़का कर देश का नुकसान कर रहे हैं।
यह संयोग ही था, जब प्रधानमंत्री का संबोधित बंगाल समेत पांच राज्यों में हो रही वोटिंग के बीच हुआ। इससे पहले पीएम मोदी ने 27 मार्च को बांग्लादेश में भी बंगाल का जिक्र किया था। उस दिन बंगाल में वोटिंग थी। तब ममता बनर्जी ने इस पर आपत्ति जताई थी। उन्होंने कहा था कि चुनाव के दौरान PM बांग्लादेश गए हुए हैं और वहां बंगाल पर भाषण दे रहे हैं। यह चुनाव आचार संहिता का खुला उल्लंघन है। हम चुनाव आयोग में इसकी शिकायत करेंगे।
मोदी के मंगलवार के भाषण की अहम बातें
- आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी को याद किया
प्रधानमंत्री ने कहा कि कोई जिला ऐसा नहीं होगा जहां किसी कार्यकर्ता की दो-तीन पीढ़ियां नहीं खप गई हों। ऐसे हर कार्यकर्ता को पार्टी नमन करती है और अटल जी, श्माप्रसाद मुखर्जी, आदरणीय आडवाणी जी, आदरणीय मुरली मनोहर जोशी जी जैसे नेताओं का हमें मार्गदर्शन मिलता रहा है। उन्हें मैं प्रणाम करता हूं। - गांव-गरीब को साधा
प्रधानमंत्री ने कहा कि जनसंघ से लेकर अभी तक ये तप ये तपस्या हमारे कार्यकर्ताओं के लिए बड़ी प्रेरणा है। कोरोना ने पिछले साल देश के सामने बड़ा संकट खड़ा कर दिया था, लेकिन आप अपना सुख-दुख भूलकर लोगों की सेवा करते रहे। जो काम आप गांव-गांव और शहरों में कर रहे थे, वैसा ही काम अंत्योदय की प्रेरणा से हमने किया। आज भाजपा से गांव-गरीब का जुड़ाव इसलिए बढ़ रहा है, क्योंकि आज वह अंत्योदय को साकार होते देख रहा है। - युवाओं को रिझाने की कोशिश
मोदी ने कहा कि इक्कीसवीं सदी में जिन युवाओं ने जन्म लिया है वे भाजपा की नीतियों के साथ हैं। गांधी जी कहते थे निर्णय और योजनाएं वह हों जो समाज की आखिरी पंक्ति में खड़े व्यक्ति को लाभ पहुंचाएं। हमने इसे अपनाया। आज देश में आखिरी पंक्ति में खड़ा व्यक्ति इसे महसूस कर रहा है। - किसानों पर भी फोकस
प्रधानमंत्री बोले कि हमारी कार्यशैली है कि किसी से कुछ भी छीनते नहीं हैं और छीने बिना भी बल्कि उसे उसके हक का मिले उस पर संवेदनशीलता से काम करते हैं। हमारे देश में 80% से ज्यादा छोटे किसान हैं। इनकी संख्या दस करोड़ से भी ज्यादा हैं। पहले की सरकारों की प्राथमिकता में ये छोटे किसान नहीं हुए, लेकिन हमारी सरकार ने इन पर फोकस किया। - विपक्षियों पर निशाना साधा
मोदी ने कहा कि हमारी सरकार का मूल्यांकन उसके डिलीवरी सिस्टम से हो रहा है। नीतियां भी और नीयत भी। हर हकदार को उसका हक पहुंचाना हमारी सरकार का मूलमंत्र रहा है। लेकिन दुर्भाग्य यह रहा है कि भाजपा अगर चुनाव जीते थे तो इसे चुनाव जीतने की मशीन कहा जाता है, लेकिन दूसरा दल जीते तो इसे पार्टी और व्यक्ति की वाहवाही कहा जाता है। अगर कहा जाता है कि भाजपा चुनाव जीतने की मशीन है, वह वास्तव में भारतीय लोकतंत्र की परंपरा को समझते ही नहीं हैं। - वंशवाद का मुद्दा भी उठाया
प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा आने का मतलब है, राष्ट्र प्रथम, भाजपा आने का मतलब है वंशवाद, परिवार वाद से मुक्ति, भाजपा आने का मतलब है योग्यता को अवसर, भाजपा आने का मतलब है पारदर्शिता, गुड गवर्नेंस। हम राजनीतिक छुआछूत में विश्वास नहीं करते, इसलिए हम सरदार पटेल की मूर्ति बनाकर गर्व करते हैं, हम बाबा साहब का पंचतीर्थ बनाकर उनको सम्मान देते हैं। - भ्रम फैलाने वालों से सजग रहने की अपील
विपक्ष पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री बोले- कभी कहा जाता है संविधान बदल दिया जाएगा, आरक्षण छीन लिया जाएगा, नागरिकता छीन ली जाएगी, किसान की जमीन छीन ली जाएगी। इसे संगठनों द्वारा फैलाया जाता है। हमें बहुत चौकन्ना रहकर देशवासियों के बीच जाते रहना होगा। उन्हें समझाना होगा। जो भ्रम फैलाने वाले लोग हैं ये वह लोग हैं जो अपनी पराजय स्वीकार नहीं कर पाने की वजह से डरते हैं। कुछ ऐसे हैं जिनकी भाजपा से जन्मजात दुश्मनी है।
