नई दिल्ली : राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बहस के दौरान, बोलने का समय न मिलने पर कांग्रेस नेता आनंद शर्मा भड़क गए थे। इसके बाद कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने संसदीय कार्रवाई को लेकर कांग्रेस की रणनीति के बारे में अहम फैसला लिया है। एक वर्चुअल बैठक में सोनिया गांधी ने लोकसभा में पार्टी नेता अधीर रंजन चौधरी को हिदायत दी। उन्होंने कहा कि वह सभी लोगों को संसद में अपनी बात रखने का मौंका दें। उन्होंने कहा कि दूसरे नेताओं को भी संसद की बहसों में शामिल होने का मौका देना चाहिए।
दरअसल, राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बहस के दौरान कांग्रेस को बोलने के लिए 109 मिनट का समय दिया गया था। हालांकि, बहस के दौरान एक घंटा तो राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ही बोलते रहे। इसके बाद जब आनंद शर्मा का बोलने का नंबर आया तो वे भड़क गए। यहां तक कि उन्होंने बोलने से इंकार कर दिया और कहा कि अब इतना समय ही नहीं है कि वह अपनी बात रख सकें।
अधीर रंजन चौधरी ही बने रहेंगे लोकसभा में पार्टी के नेता
सोनिया गांधी ने अधीर रंजन चौधरी को हिदायत तो दी, लेकिन एक बात और साफ कर दी कि, लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी ही बने रहेंगे। उन्होंने अधीर रंजन चौधरी को ‘असली योद्धा’ बताया। कहा कि वह काफी अध्ययन करते हैं और संसद के नियमों के बारे में अच्छी जानकारी रखते हैं।