नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1893 में शिकागो में विश्व धर्म संसद में स्वामी विवेकानंद के प्रसिद्ध भाषण को शनिवार को याद किया और कहा कि इसकी भावना में अधिक न्यायपूर्ण, समृद्ध और समावेशी दुनिया बनाने की क्षमता है।

हिंदू धर्म और भारतीय संस्कृति पर गहराई से विचार करता विवेकानंद के भाषण की चौतरफा प्रशंसा हुई और आज भी इसकी गूंज सुनी जाती है।

मोदी ने ट्वीट किया, “शिकागो में स्वामी विवेकानंद के 1893 के प्रतिष्ठित भाषण को याद कर रहा हूं, जिसने भारतीय संस्कृति की प्रमुखता को खूबसूरती से प्रदर्शित किया। उनके भाषण के भाव में एक अधिक न्यायपूर्ण, समृद्ध और समावेशी दुनिया बनाने की क्षमता है।”

 

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