एटा : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को एटा के जलेसर के एमजीएम मैदान में चुनावी सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि पहले बाजारों में बमबाजी होती थी, कर्फ्यू लगाए जाते थे। अब कांवड़ यात्रा निकलती है। बम-बम, हर-हर के जयकारे लगते हैं। कहा कि यहां के क्रांतिकारियों ने आजादी के आंदोलन में काफी योगदान दिया। विडंबना है कि 70 साल में उच्च स्वास्थ्य सुविधा का संस्थान नहीं दिया गया। हमने एटा को मेडिकल कॉलेज दिया।
मुख्यमंत्री ने संबोधन की शुरुआत जलेसर के घंटे से की। कहा कि यहां का घंटा बजता है तो देवध्वनि उत्पन्न होती है। अयोध्या में श्रीराम मंदिर के लिए यहीं 2100 क्विंटल का घंटा बनाया गया। मान्यता है कि घंटा बजने से अपशकुन दूर होते हैं। प्रदेश में विकास के अपशकुन भी इससे दूर हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि घंटा इतनी जोर से बजाना कि सुरक्षा में सेंध लगाने वाले चारों खाने चित हो जाएं।
2017 से पहले थी अराजकता
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 से पहले सत्ता से प्रायोजित अपराधी, पेशेवर माफिया की गुंडागर्दी और अराजकता का यह अड्डा था। 2017 के बाद उन माफियाओं की संपत्ति पर बुल्डोजर चला, संपत्ति जब्त की गई। पहले की सरकारों की संवेदनाएं माफियाओं के साथ थीं। पहले जलेसर को डार्क जोन बना दिया था। हमने सिंचाई के लिए पानी दिया और घर-घर मीठा जल पहुंचा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सपा ने विधवा, दिव्यांगों की पेंशन बंद कर पाप किया था। छटे हुए गुंडों को पेंशन शुरू की। हमने पर विधवा, दिव्यांगों को पेंशन दी। कहा कि एटा कल्याण सिंह की कर्मभूमि है। उनके सपनों को साकार करने के लिए भाजपा जरूरी है। उन्होंने जलेसर से संजीव दिवाकर और मारहरा से वीरेंद्र सिंह लोधी के पक्ष में मतदान की अपील की।
सरकार की योजनाएं गिनाईं
– 12 हजार दिव्यांगजनों को पेंशन
– 23700 विधवा महिलाओं को पेंशन
– 40000 वृद्धजनों को पेंशन मिल रही
– 64000 किसानों का कर्ज माफ किया
– 2.87 लाख किसानों को सम्मान निधि का लाभ
– 22200 गरीबों के मकान बनवाए
– 15 लाख लोगों को महीने में दो बार मुफ्त राशन
दो बड़ी सभाओं को लेकर कड़ी रही सुरक्षा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सभा में भाजपाई और समर्थक जलेसर पहुंचे। सुरक्षा को लेकर अपर पुलिस अधीक्षक धनंजय कुशवाहा सहित दो पुलिस क्षेत्राधिकारी सुरक्षा व्यवस्था की कमान संभाले रहे। सभास्थल से लेकर नगर भर में पुलिस के जवान काफी संख्या में तैनात रहे। जनसभा में पहुंचने वाले प्रत्येक व्यक्ति पर पुलिस की नजर रही।