बुलंदशहर : उत्तर प्रदेश में सत्ता का संग्राम अपने चरम पर है। सभी पार्टियों के बड़े नेता एक ही दिन में कई-कई जिलों में सभाएं कर रहे हैं।   गुरुवार को  पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और रालोद मुखिया जयंत चौधरी  ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर प्रदेश की भाजपा सरकार पर तीखे हमले किए।

जानिए दोनों ने प्रेसवार्ता के दौरान क्या कहा…

प्रेसवार्ता में बोलते हुए जयंत ने कहा कि इस सरकार ने मनरेगा का बजट काट दिया। एक बार भी वित्त मंत्री ने अपने बजट भाषण में इस बात का जिक्र नहीं किया। हमारी सरकार बनी तो कानून व्यवस्था और किसानों के हितों का ध्यान रखा जाएगा।

वहीं अखिलेश ने कहा कि बुलंदशहर की घटना पूरे यूपी को चिंतित कर रही है। सरकार के लोग ये बताने में कहीं भी चूक नहीं करते कि कानून व्यवस्था में यूपी सबसे आगे है पर सच कुछ और है। हाथरस में जो हुआ वो सरकार की नाकामी को दर्शाता है। बुलंदशहर में हुई घटना के आरोपी अभी खुलेआम घूम रहे हैं। दोषी कब पकड़े जाएंगे सरकार बताए। सरकार को पीड़ित लोगों की मदद के लिए आगे आना चाहिए।

पूर्व सीएम ने आगे कहा, सरकार अब झूठ बोलना बंद कर दे। बड़े पैमाने पर ऐसी घटनाएं हो रही हैं। पहले ये तय था कि दस से पंद्रह मिनट में पुलिस ऐसी घटनाएं होने पर पहुंचे। हमारी गठबंधन की सरकार बनती है तो बेटियों की सुरक्षा के लिए कई व्यवस्थाएं की जाएंगी। पुलिस की गाड़ियों की संख्या बढ़ाई जाएगी। मुख्यमंत्री योगी की बदली भाषा पर मुझे हैरानी होती है। गठबंधन की हवा देखकर सरकार बौखला गई है।

अखिलेश ने सीएम योगी के गर्मी वाले बयान पर कहा कि, ये सीएम हैं कोई कंप्रेसर नहीं जो हमें ठंडा कर देंगे। क्या सीएम साहब कंप्रेसर हैं। जो लोग गर्मी की बात कर रहे हैं उन्हें हम बता दें कि हम गर्मी की बात नहीं भर्ती की बात करते हैं। हम युवाओं को रोजगार देंगे।

अखिलेश बोले, हमारे किसान दुखी हैं। इस बार भी बजट में उनके साथ धोखा हुआ है। अगर ये बजट अमृत बजह है तो क्या पिछला बजट जहर का था। भाजपा कहती है कि इस बजट से हीरा सस्ता हो जाएगा। अब आप समझ लीजिए की गरीब का कितना ध्यान रखा जा रहा है। ये सरकार किसानों की सरकार नहीं है। सरकार किसानों को खाद नहीं दे पाई। आज वही तीन तारीख है जब किसान कुचले गए थे। आज भी किसान वो तारीख भूले नहीं है। हम जहां जा रहे हैं, वहां मिल रहे समर्थन को देखते हुए हम कह सकते हैं कि भारी बहुमत से गठबंधन की सरकार बनने जा रही है।

जब अखिलेश से पूछा गया कि सपा-आरएलडी गठबंधन पर बसपा का कोई असर पड़ेगा तो वह बोले, मैंने हमेशा कहा है कि अंबेडकरवादियों को सपा ज्वाइन करनी चाहिए, क्योंकि हमें लोकतंत्र और संविधान को बचाना है। मैं दोबारा अंबेडकरवादियों से अपील करता हूं कि वो हमें ज्वाइन करें।

 

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