नयी दिल्ली, एजेंसी। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में विशेष जांच दल (एसआईटी) के अदालत में दिये गये आवेदन की पृष्ठभूमि में बृहस्पतिवार को लोकसभा में कहा कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा को बर्खास्त किया जाना चाहिए।

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने जब प्रश्नकाल के दौरान राहुल गांधी को सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय से संबंधित उनका सूचीबद्ध पूरक प्रश्न पूछने के लिए कहा तो कांग्रेस सांसद ने लखीमपुर खीरी की हिंसा का मामला उठाया और आरोप लगाया कि मिश्रा इस घटना में शामिल हैं।

केरल के वायनाड से लोकसभा सदस्य राहुल गांधी ने कहा, ‘‘लखीमपुर खीरी में जो हत्या हुई है, उसमें मंत्री शामिल हैं। उस बारे में चर्चा होनी चाहिए। सजा होनी चाहिए..मंत्री को सरकार से निकाल देना चाहिए।’’

इस दौरान लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने राहुल से अपील की कि वह विषय से संबंधित प्रश्न ही पूछें।

उन्होंने कहा, ‘‘आप वरिष्ठ सदस्य है। आप कहते हैं कि आपको बोलने का मौका नहीं मिलता। आपको पूरा मौका दे रहा हूं, आप विषय पर सवाल पूछिए।’’

दूसरी तरफ, कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों ने इस मामले को लेकर आज भी नारेबाजी जारी रखी जिस कारण सदन की कार्यवाही बाधित हुई और प्रश्नकाल नहीं चल सका।

राहुल गांधी ने लखीमपुर खीरी मामले पर बुधवार को लोकसभा में कार्य स्थगन का नोटिस दिया था। नोटिस में उन्होंने सदन में नियत कामकाज स्थगित करने की मांग की थी और कहा था कि एसआईटी रिपोर्ट को लेकर सदन में चर्चा होनी चाहिए।

गौरतलब है कि लखीमपुर खीरी हिंसा मामले की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) ने अब तक की छानबीन और साक्ष्यों के आधार पर दावा किया है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा ‘टेनी’ के पुत्र और उसके सहयोगियों द्वारा जानबूझकर, सुनियोजित साजिश के तहत घटना को अंजाम दिया गया।

एसआईटी के मुख्य जांच निरीक्षक विद्याराम दिवाकर ने मुख् य न् यायिक मजिस् ट्रेट (सीजेएम) की अदालत में दिये गये आवेदन में आरोपियों के विरुद्ध उपरोक् त आरोपों की धाराओं के तहत मुकदमा चलाने का अनुरोध किया है।

केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के पुत्र आशीष मिश्रा मोनू और कुछ अन्य लोगों पर लखीमपुर खीरी में तीन अक्टूबर को प्रदर्शन कर रहे किसानों को जीप से कुचलने का आरोप है। इस घटना में और इसके बाद भड़की हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी।

 

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