मेरठ : यूं तो मौका प्रदेश के पहले खेल विश्वविद्यालय के शिलान्यास का था, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भाजपा के लिए चुनावी एजेंडा सेट कर गए। पीएम ने पश्चिमी यूपी की नब्ज पर हाथ रखा। संदेश साफ है कि विकास और ध्रुवीकरण साथ-साथ चलेगा। उन्होंने सिंधु घाटी की सभ्यता से लेकर स्वाधीनता संग्राम तक में पश्चिमी यूपी के योगदान की चर्चा की, तो यहां से पलायन और यहां के लोगों के पराक्रम तक का जिक्र किया। चौधरी चरण सिंह और गन्ने के बहाने किसानों को साधने की कोशिश की, तो 21वीं सदी का भविष्य बताते हुए युवाओं को सपने दिखाए।

पीएम मोदी ने शनिवार को ऐन वक्त पर हेलीकॉप्टर से मेरठ आने का कार्यक्रम बदला। वे उसी दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे से आए, जिसका शिलान्यास और पहले चरण का लोकार्पण खुद उन्होंने किया था। इसके भी मायने हैं। उन्होंने डबल इंजन सरकार में विकास का संदेश दिया। कहा, मेरठ की कनेक्टििवटी दूसरे शहरों से संबंध और व्यवहार को आसान बनाएगी। अब मेरठ से दिल्ली का रास्ता एक घंटे का है। हमें विकास की गति को बढ़ाना है। प्रधानमंत्री ने खुद को पश्चिमी यूपी से कनेक्ट करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।

मेरठ को बताया संस्कृति और सामर्थ्य का केंद्र : प्रतीकों के जरिए शुरू से आखिर तक लोगों को साधते रहे। कहा कि मेरठ एक शहर नहीं, हमारी संस्कृति और सामर्थ्य का केंद्र है। महाभारत काल से लेकर जैन तीर्थंकरों और पंज प्यारे भाई धर्म सिंह तक से मेरठ के जुड़ाव का जिक्र कर हिंदुओं के साथ ही जैन और सिखों को भी संदेश दिया। उन्होंने रेवड़ी-गजक, ब्रास बैंड, हैंडलूम और आभूषण को मेरठ की शान बताकर अपने लगाव का अहसास कराया। यहां के खेल उद्योग का भी जिक्र किया। कहा, मेरठ के लोग तो अच्छी तरह जानते हैं कि खेल से जुड़ी सर्विस और वैश्विक बाजार लाखों करोड़ रुपये का है। मेरठ से ही 100 से ज्यादा देशों को खेल का सामान निर्यात होता है। मेरठ लोकल के लिए वोकल तो है ही लोकल को ग्लोबल भी बना रहा है। प्रधानमंत्री ने अपने 43 मिनट के भाषण में 30 से ज्यादा बार मेरठ का जिक्र किया।

औघड़नाथ मंदिर से साधे सरोकार

प्रधानमंत्री मोदी मेरठ आए तो 1857 की पहली जंगे आजादी के उद्गम स्थल बाबा औघड़नाथ मंदिर में पूजा-अर्चना से अपने दौरे की शुरुआत की। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण, पिछले महीने काशी में बाबा विश्वनाथ धाम के लोकार्पण की कड़ी में शनिवार को औघड़नाथ मंदिर में भगवान आशुतोष की पूजा-अर्चना कर उन्होंने सरोकारों को साधा। यह वही औघड़नाथ मंदिर है,जहां शिवरात्रि पर लाखों शिवभक्त कावड़िये जलाभिषेक करते हैं। कावड़ यात्रा प्रदेश सरकार के सांस्कृतिक एजेंडे का हिस्सा है। प्रदेश सरकार कांवड़ियों पर पुष्प वर्षा करा चुकी है। पीएम मोदी ने औघड़नाथ मंदिर जाने का अवसर मिलने को अपना सौभाग्य बताया। कहा, यहीं से प्रथम स्वाधीनता संग्राम की प्रेरणा से आगे बढ़ते हुए देश आजाद हुआ। शहीद स्मारक में अमर जवान ज्योति और संग्रहालय जाकर मेरठ की उस पहचान को और मजबूत बनाने की कोशिश की जिस पर क्रांति नगरी के रूप में मेरठ और पश्चिमी यूपी के लोग गर्व करते हैं।

जोश इतना कि 15 बार वंदे मातरम

भीड़ से गदगद पीएम मोदी जोश में नजर आए। उन्होने भाषण का समापन वंदेमातरम से किया। उन्होंने वंदे बोला भीड़ ने मातरम का उद्घोष किया। उन्होंने 15 बार वंदेमातरम का उद्घोष कराया। डबल इंजन सरकार का महत्व बताते हुए कहा, कि उधर हाथ खड़ा करोगे तो लखनऊ में योगी हैं और इधर दिल्ली में मैं बैठा हूं।

सोतीगंज, छेड़छाड़ पलायन हैं ध्रुवीकरण के मुद्दे

पश्चिमी यूपी में लड़कियों से छेड़छाड़ और अपराधियों के डर से पलायन जैसे मुद्दे ध्रुवीकरण को धार देते हैं। यही भाजपा की कामयाबी का आधार बनते हैं। शाहजहांपुर में गंगा एक्सप्रेस वे के शिलान्यास में पिछले महीने पीएम मोदी ने सोतीगंज में चोरी के वाहनों के कमेले को भी इसमें जोड़ दिया था। उन्होंने मेरठ में शनिवार को भी इसका जिक्र किया। कहा, सोतीगंज बाजार में गाड़ियों के साथ होने वाले खेल का भी अब ‘द एंड’ हो रहा है। इशारों ही इशारों में मुलायम सिंह पर उनके उस बयान के जरिये निशाना साधा जिसमें उन्होंने कहा था, लड़कों से गलती हो जाती है। याद दिलाया कि पहले की सरकारों में पहले दिन ढलने के बाद लड़कियां घरों से नहीं निकल पाती थीं, अब हालात बदल गए हैं।

कृषि कानूनों की वापसी के बाद किसानों को साधा

कृषि कानूनों की वापसी और किसान आंदोलन समाप्त होने के बाद पहली बार मेरठ आए पीएम मोदी ने पश्चिमी यूपी के किसानों, खास से गन्ना उत्पादकों से भी जुड़ने की कोशिश की। उन्हें अहसास था कि इस इलाके की अर्थव्यवस्था गन्ना है, लिहाजा पहले चौधरी चरण सिंह को याद किया और फिर योगी सरकार में गन्ना किसानों के लिए हुए कामों को गिनाया। कहा, जितना गन्ना मूल्य भुगतान योगी सरकार में हुआ है, उतना पहली दो सरकारों में भी नहीं हुआ। पहले चीनी मिल बेची जाती थीं और अब उनका विस्तार हो रहा है। उन्होंने लोगों से सवाल भी किया कि चीनी मिलें बेची जाती थीं या नहीं। इसका उन्हें गर्मजोशी से जवाब मिला। कहा कि बीते साढ़े चार साल में लगभग 12 हजार करोड़ रुपये का एथनॉल यूपी से खरीदा गया है। सरकार कृषि इन्फ्रास्ट्रक्टर और फूड प्रॉसेसिंग को तेजी से बढ़ा रही है।

25 मिनट युवाओं के नाम : क्रांति भूमि से पीएम मोदी ने सर्वाधिक लुभाया युवाओं को। उनके भाषण का 60 फीसदी समय युवाओं पर केंद्रित रहा। कहा, 21वीं सदी का दायित्व युवाओं के हाथों है। वे बढ़ेंगे तो देश बढ़ेगा। यूपी सरकार युवाओं को रिकॉर्ड सरकारी नौकरियां दे रही है। विद्यार्थियों को टैबलेट-स्मार्टफोन देने का भी अभियान शुरू किया है। उन्होंने खेल, खिलाड़ियों पर खास जोर दिया। वजह यह है कि पश्चिमी यूपी में गांव-गांव में खेलों के प्रति उत्साह और जुड़ाव है।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *