जिला सम्वाददाता
बरेली : सांसद वरुण गांधी ने शुक्रवार को बरेली के बहेड़ी और पीलीभीत में धान खरीद देखने मंडी समिति जा पहुंचे। वहां के हालात देख अफसरों से कहा कि भ्रष्टाचार करते हुए शर्म नहीं आती। इसके बाद बोले, अब मैंं सरकार के आगे गिड़गिड़ाऊंगा नहीं, इसकी जगह खरीद में भ्रष्टाचार के साक्ष्य एकत्र कर किसानों के लिए कोर्ट जाऊंगा। वहां से दोषी अधिकारियों पर एफआइआर कराऊंगा।
पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी शुक्रवार दोपहर बहेड़ी मंडी समिति में किसानों के धान तुलाई के निरीक्षण को पहुंचे। वहां किसानों ने शिकायत की कि आपके आने की सूचना पर आज ही तोल शुरू की गयी है तो, अफसरों को डांटते हुए बोले कि किसान बाढ़ से पहले ही परेशान हैं, फिर भी शोषण कर रहे हो। उन्होंने अपने प्रतिनिधि को 24 घंटे मंडी पर मौजूद रहकर धान तुलाई कराने के निर्देश दिए।
किसानों का धान की फसल में आग लगाना शर्मनाक
वरुण गांधी ने मंडी समिति परिसर पीलीभीत में विपणन विभाग के क्रय केंद्र (प्रथम) का निरीक्षण कर डिप्टी आरएमओ ज्ञान चंद्र वर्मा को तलब किया। उनसे कहा-किसान धान में आग लगा रहे हैं। यह शर्म का विषय है। क्यों किसानों की बददुआ ले रहे हो। धान खरीद में न तो पारदर्शिता है और न ही जवाबदेही। केंद्रों पर किसानों का धान काला, पीला, गीला बताकर रिजेक्ट कर दिया जाता है। बाद में बिचौलिए उस धान को सस्ते दामों पर खरीद लेते हैं।
दो दिन बाद यही क्रय केंद्र पर पहुंच जाता है। उन्होंने कहा कि किसानों उत्पीडऩ किसी सूरत में नहीं होने देंगे। प्रदेश में अब तक 18 स्थानों पर किसान अपने धान में आग लगा चुके हैं। इसके लिए खुद को भी जिम्मेदार बताते हुए कहा कि चुनाव में उन्होंने किसानों की समस्या सुलझाने को वोट मांगे थे। अब सरकार चलाने वाले लोगों की इसकी जिम्मेदारी है। वरुण ने कहा कि कागजों में कांटे चलाए जा रहे, किसान परेशान घूम रहे हैं।
किसान आंदोलन पर वार्ता फिर शुरू हो
किसान संगठनों के आंदोलन के बाबत पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि बीच का रास्ता निकाला जाए। संवाद की प्रक्रिया जो टूट गई है, उसे फिर से जोड़ा जाए। किसान अपने हैं, उनके प्रति हमदर्दी के साथ वार्ता होनी चाहिए। समस्याओं का समाधान होना चाहिए।