लखनऊ, एजेंसी बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने आंदोलित किसानों की अन्य मांगों को भी पूरा करने की मांग केंद्र सरकार से की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक वर्ष से आंदोलन कर रहे किसानों की मांग को पूरा करते हुए तीन कृषि कानूनों को रद तो कर दिया लेकिन इसके साथ ही किसानों की जायज अन्य मांगों का भी समाधान जरूरी है। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही कृषि कानूनों को लेकर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं की बयानबाजी पर लगाम लगे ताकि किसानों में विश्वास पैदा हो।

बीएसपी चीफ मायावती सोमवार को ट्वीट सोमवार को ट्वीट कर कहा कि ‘पीएम नरेन्द्र मोदी द्वारा लगभग एक वर्ष से आंदोलित किसानों की तीन कृषि कानूनों को रद करने की मांग स्वीकारने के साथ-साथ उनकी कुछ अन्य जायज मांगों का भी सामयिक समाधान जरूरी। ताकि किसान संतुष्ट होकर अपने-अपने घरों में वापस लौट कर अपने कार्यों में पूरी तरह फिर से जुट सकें।

साथ ही, कृषि कानूनों की वापसी की केन्द्र सरकार की खास घोषणा के प्रति किसानों में विश्वास पैदा करने के लिए जरूरी है कि भाजपा के नेताओं की बयानबाजी पर लगाम लगे जो पीएम की घोषणा के बावजूद अपने भड़काऊ बयानों आदि से लोगों में संदेह पैदा करके माहौल को खराब कर रहे हैं।

बसपा प्रमुख मायावती ने अपने ट्वीट में आगे कहा कि कृषि कानूनों की वापसी की केंद्र सरकार की खास घोषणा के प्रति किसानों में विश्वास पैदा करने के लिए जरूरी है। इसके लिए जरूरी है कि भाजपा के नेताओं की बयानबाजी पर लगाम लगे, जो पीएम की घोषणा के बावजूद अपने भड़काऊ बयानों आदि से लोगों में संदेह पैदा करके माहौल को खराब कर रहे हैं।

इससे पहले बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने कांग्रेस पर फिर हमला बोला। उन्होंने जारी ट्वीट में लिखा कि कांग्रेस की ओर से पार्टी के गिरते जनाधार को रोकने व राजनीतिक स्वार्थ के लिए पंजाब में विधानसभा आम चुनाव से ठीक पहले दलित को सीएम बनाया है। उन्होंने लिखा कि अब राजस्थान में कुछ एससी व एसटी मंत्री बनाए गए हैं। इसे भाजपा की ओर से केंद्रीय मंत्रिमंडल विस्तार की तरह इनके हितैषी होने का ढिंढोरा पीटा जाना शुद्ध छलावा है।

ख़ासकर कांग्रेस पार्टी ने इनके मसीहा व संविधान निर्माता बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर को आदर-सम्मान देना व भारतरत्न से सम्मानित करना तो दूर बल्कि हमेशा उनकी उपेक्षा व तिरस्कार किया है, तो फिर इन जैसी जातिवादी पार्टियाँ एससी/एसटी व ओबीसी की सच्ची हितैषी कभी कैसे हो सकती हैं?

बसपा प्रमुख मायावती ने अपने ट्वीट में लिखा कि दलितों के मसीहा व संविधान निर्माता बाबा साहेब डा. भीमराव आंबेडकर को आदर सम्मान देना व भारत रत्न से सम्मानित करना दूर कांग्रेस पार्टी ने हमेशा उनका तिरस्कार व उपेक्षा की है। उन्होंने सवाल किया कि ऐसे में कांग्रेस जैसी जातिवादी पार्टियां एससी-एसटी व ओबीसी की सच्ची हितैषी कैसे हो सकती है?

 

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