प्रयागराज, एजेंसी। यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के पांचवें चरण के लिए 27 फरवरी को होने वाले मतदान के लिए बसपा सुप्रीमो मायावती ने उम्मीदवारों के समर्थन ने सोमवार को प्रयागराज में जनसभा की। केपी कालेज के मैदान में आयोजित जनसभा में उन्होंने अपने भाषण के केंद्र में दलितों और विद्यार्थियों को रखा। भाजपा, सपा और कांग्रेस पर जमकर बरसीं। कहा कि दलितों को हमेशा से शोषण हो रहा है, कांग्रेस जब सत्ता में थी तो इन वर्गों के उत्थान उसे याद नहीं आता है। कांग्रेस ने इनके लिए कुछ किया होता तो हमें पार्टी बनाने की जरूरत नहीं होती। अब महिलाओं की याद आई है। सरकार रहते कभी भी महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए कुछ नहीं किया।

बसपा सुप्रीमो ने अखिलेश सरकार पर साधा निशाना

बसपा सुप्रीमो ने अखिलेश सरकार को निशाने पर रखा। कहा कि इनकी सरकार में गुंडे माफिया हावी रहे। जमीन पर कब्जे होते रहे, सरकार देखती रही। मफिया को सरकार का शह मिलता रहा। अखिलेश सरकार में जातिवादी राजनीति देखने को मिली। बसपा सरकार की योजनाओं को बंद कर दिया गया। एससी एसटी बच्चों को विदेश जाकर पढ़ाई करने की सुविधा को रोक दिया। सरकारी भूमि आवंटन में मिलने वाली प्राथकिता को खत्म कर दिया। ऐसे कई विरोधी फैसले लिए। संत रविदास नगर का नाम बदलकर भदोही किया गया? यह आपका पड़ोसी जिला है। यह सरकार दलितों के हितैषी नहीं है। कई योजनाओं के नाम बदले गए। इसी से इनका समाजवाद सामने आ गया। मौजूदा सरकार ने धरना प्रदर्शन आदि के नाम पर बसपा कार्यकर्ताओं को फंसाया।

बोलीं मायावती आरएसएस के संकीर्ण एजेंडे पर चल रही सरकार

मायावती ने कहा कि आरएसएस के संकीर्ण एजेंडे पर सरकार चल रही है। धर्म के नाम पर हमेशा यहां तनावपूर्ण वातावरण बना रहा। इसे आपको समझना होगा। शिक्षा के क्षेत्र में कर्मचारी आदि मांगों को सुलझाने के लिए आयोग का गठन किया जाएगा। पुरानी पेंशन योजना को लागू किया जाएगा। अब बोजरोजगारों को बेराजगारी भत्ता नहीं दिया जाएगा बल्कि उन्हें रोजी रोटी उपलब्ध कराई जाएगी। इसके लिए आपको बीएसपी को सत्ता में लाना होगा।

 

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