मुंबई, एजेंसी : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर केंद्रीय मंत्री नारायण राणे की टिप्पणी पर बवाल बढ़ता ही जा रहा है। इस बीच मंगलवार को भाजपा कार्यालयों में शिवसैनिकों के हमले के बाद सियासी जंग और तेज हो गई है। इसके मद्देनजर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने ठाकरे सरकार को चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि हिंदी में एक कहावत है- सइयां भये कोतवाल तो डर काहे का…। शिव सैनिकों का भी यही हाल है।
उन्होंने कहा कि बंगाल की तरह महाराष्ट्र में राज्य प्रायोजित हिंसा हो रही है। हम उद्धव ठाकरे पर नारायण राणे के बयान के समर्थन नहीं करते, लेकिन पार्टी उनके साथ खड़ी है। महाराष्ट्र में शरजील उस्मानी ने भारत मां को गाली दी, लेकिन उस पर एफआईआर दर्ज नहीं हुई, लेकिन राणे के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया।
फडणवीस ने आरोप लगाए कि पुलिस के संरक्षण में कुछ लोग पार्टी के कार्यालयों पर पथराव की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर हमारे पार्टी कार्यालयों पर हमला हुआ, तो उसकी रक्षा करने में हम सक्षम हैं। इसकी गंभीर प्रतिक्रिया होगी। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र में कानून का राज नहीं है, यह सरकार पुलिसजीवी है।
क्या कहा था राणे ने?
राणे से सोमवार को महाड में पत्रकारों ने सवाल पूछा था कि स्वतंत्रता दिवस के दिन दिए भाषण में सीएम अमृत महोत्सव या हीरक महोत्सव को लेकर शंका मे दिखे। इस पर उन्होंने कहा था कि ठाकरे को नहीं पता कि देश को आजादी मिले हुए कितने साल हो चुके हैं। अरे हीरक महोत्सव क्या? मैं होता तो कान के नीचे लगाता। स्वतंत्रता दिवस के बारे में आपको मालूम नहीं होना चाहिए? कितनी गुस्सा दिलाने वाली बात है यह। सरकार कौन चला रहा है, यह समझ ही नहीं आ रहा है।