कानपुर । छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय में 75 आंगनबाड़ी केंद्रों को सुविधा संपन्न बनाने के लिए आवश्यक वस्तुओं के वितरण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि शिक्षा केंद्रों को समाज के साथ जोड़ने का सार्थक प्रयास किया गया है। आंगनबाड़ियों को गोद लेने व इन्हें सुविधा सम्पन्न बनाने की अच्छी पहल है। यह सामाजिक व्यवस्था की नींव है।
उन्होंने कहा कि गांव में जब कोरोना की स्थिति देखने हम गए तो वहां पर आंगनबाड़ियों का योगदान सबसे अहम नज़र आया। आज भी यह तीन से पांच वर्ष के बच्चों की स्क्रीनिंग करके कोरोना से बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। आंगनबाड़ी को प्री प्राइमरी के रूप में विकसित करने की योजना है, कोरोना के चलते योजना को अमली जामा नहीं पहनाया जा सका है। जल्द ही आंगनबाड़ियों का स्वरूप बदलकर उन्हें उन्हें समय की जरूरत के अनुसार विकसित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के विश्वविद्यालयों के साथ मिलकर टीबी ग्रसित बच्चों को गोद लेकर इलाज व खान-पान की व्यवस्था करने का प्रयास सराहनीय है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर में प्रदेश में संक्रमण नियंत्रित रहा। स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े लोगों व कोरोना योद्धाओं को पहले टीका लगाया गया।
कार्यक्रम में एक्सिस इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट, पीएसआईटी, कानपुर, कानपुर इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, महाराणा प्रताप ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स, नारायणा विद्यापीठ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स, ऐलेन हाउस इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी तथा कानपुर इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज को आंगनबाड़ी केंद्र गोद लेने पर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के बीच आंगनबाड़ियों को एजुकेशनल खिलौने, एबीसीडी, नंबर, पजेल, ब्लॉक्स, टाय फल, टाय एनीमल, एजुकेशनल मैप, प्लेबुक, पिक्टोरियल स्टोरी बुक, वाइट बोर्ड, वजन मशीन, हाईट गेज, फर्स्ट एड बॉक्स, हैण्डवास, ट्राई साईकिल, झूले, किड्स टेबल-चेयर, एवं खाने के बर्तन आदि वितरित किए। यहां पर कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल, कुलपति प्रोफेसर विनय पाठक महापौर प्रमिला पांडेय, औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना, उच्च शिक्षा राज्य मंत्री नीलिमा कटियार, जिला पंचायत अध्यक्ष स्वप्निल कामल व कुलसचिव अनिल कुमार यादव समेत अन्य शिक्षक मौजूद रहे।