व्यूरो चीफ

लखनऊ : लगातार कोशिशों से कोरोना की दूसरी लहर पर बने प्रभावी नियंत्रण के बीच यूपी में जनजीवन तेजी से सामान्य हो रहा है। बुधवार को 33 जनपदों में एक भी एक्टिव केस नहीं है, जबकि 20 जिलों में एक-एक एक्टिव केस हैं। विगत 24 घंटे में हुई 02 लाख 294 सैम्पल की टेस्टिंग में 68 जिलों में संक्रमण का एक भी नया केस नहीं पाया गया। 07 जिलों में मात्र 08 नए संक्रमित मरीज पाए गए। इसी अवधि में 23 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए। बुधवार को टीम 9 के साथ हुई बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अफसरों संग बैठक मेंराज्य के हालात पर चर्चा की और निर्देश दिए।

उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्रदेश में एक्टिव कोविड केस की संख्या 159 रह गई है, जबकि 16 लाख 86 हजार 749 प्रदेशवासी कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर स्वस्थ हो चुके हैं। स्थिति को और बेहतर बनाने के लिए सभी जरूरी प्रयास किए जाएं।

अब तक 07 करोड़ 83 लाख 43 हजार 284 सैम्पल की कोविड जांच की जा चुकी है। औसतन हर दिन ढाई लाख से अधिक टेस्ट हो रहें हैं, जबकि दैनिक पॉजिटिविटी दर 0.01 से भी कम और रिकवरी दर 98.8 फीसदी है। यह सतर्कता और सावधानी बरतने का समय है। थोड़ी सी लापरवाही संक्रमण को बढ़ाने का कारक बन सकती है।

अब तक प्रदेश में 8 करोड़  51 लाख लोगों ने टीके की पहली डोज प्राप्त कर ली है। यह टीकाकरण के लिए पात्र प्रदेश की कुल आबादी के 57 फीसदी से ज्यादा है। 02 करोड़ से अधिक लोगों ने टीके की दोनों डोज प्राप्त कर ली है। विगत दिवस 10 लाख 61 हजार 893 लोगों को टीकाकवर मिला। वैक्सीन की उपलब्धता बनाए रखने के लिए भारत सरकार से सतत संवाद-संपर्क बनाए रखें।

इन जिलों में एक भी मरीज शेष नहीं

जनपद अलीगढ़, अमेठी, अमरोहा, औरैया, बागपत, बलिया, बलरामपुर, बाराबंकी, चन्दौली, चित्रकूट, फतेहपुर, गाजीपुर, गोंडा, हमीरपुर, हापुड़, हरदोई, हाथरस, कानपुर देहात, कासगंज, जालौन, लखीमपुर-खीरी, महोबा, मैनपुरी, मीरजापुर, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर, रामपुर, संतकबीरनगर, शामली, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, सीतापुर और उन्नाव  में कोविड का एक भी मरीज शेष नहीं है। यह जनपद आज कोविड संक्रमण से मुक्त हैं।

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि जनपद आजमगढ़ के मुबारकपुर क्षेत्र में दूषित जल के सेवन से डायरिया प्रभावित हुए लोगों के स्वास्थ्य की समुचित देखभाल की जाए। लोगों को स्वच्छ पानी पीने के लिए जागरूक करें। पानी पीने से पहले गर्म करके छान लें। लोगों को इस बाबत जागरूक किया जाना चाहिए।

केंद्र व राज्य सरकार के समन्वित प्रयासों से प्रदेश में अब तक 459 ऑक्सीजन प्लांट क्रियाशील हो चुके हैं। मेडिकल कॉलेज व अन्य शासकीय अस्पतालों में क्रियाशील यह ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट भविष्य की आवश्यकताओं के दृष्टिगत अत्यंत उपयोगी सिद्ध होंगे। शेष 88 प्लांट की स्थापना की कार्रवाई भी तेजी से की जाए। तकनीशियनों का यथोचित प्रशिक्षण शीघ्र पूरा कराया जाए।

 

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