बदायूँ शिखर प्रतिनिधि

लखीमपुर लखीमपुर खीरी हिंसा में मारे गए 8 लोगों की मौत के मामले में अब तक 17 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। जिसमें 13 लोग किसानों की मौत के आरोप में जबकि चार भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं की हत्या के आरोप में जेल की सलाखों के पीछे हैं। इस मामले में केंद्रीय मंत्री के पुत्र व घटना के मुख्य आरोपित आशीष मिश्र समेत तीन आरोपितों की जमानत पर सुनवाई 15 नवंबर को जिला जज की अदालत में होगी। इससे पहले जमानत की 2 तारीखों पर केस डायरी व साक्षी पेश न होने के कारण सुनवाई जिला जज मुकेश मिश्र ने टाल दी थी।

इस बहुचर्चित मामले में अब तक दोनों पक्षों से की ओर से सवा सौ से ज्यादा गवाहों के बयान भी अदालत में कराए जा चुके हैं। साथ ही ढाई सौ से ज्यादा लोगों के शपथ पत्र भी अदालत में दाखिल हैं । जो मौका ए वारदात के वक्त घटनास्थल पर ही मौजूद बताए जा रहे हैं। इस मामले की जांच पड़ताल में जुटी एसआईटी के मुखिया आईपीएस अधिकारी उपेंद्र अग्रवाल को नया दायित्व भी सौंप दिया जा चुका है।

वह देवीपाटन के नए डीआईजी बन चुके हैं, बताया जाता है कि उन्होंने देवीपाटन में ज्वाइन भी कर लिया है और पिछले करीब 10 दिन से वह देवीपाटन में ही मौजूद है। यहां की कमान अब एक और आईपीएस अधिकारी सुनील कुमार सिंह जो बाराबंकी पीएसी में उप सेनानायक के पद पर तैनात हैं, उनके हाथ में है जबकि उनका साथ लखीमपुर खीरी के एडिशनल एसपी अरुण कुमार सिंह व डिप्टी एसपी संजय नाथ तिवारी दे रहे हैं। जबकि मामले की विवेचना विशेष जांच प्रकोष्ठ के प्रभारी इंस्पेक्टर विद्या राम दिवाकर कर रहे हैं।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *