BUDAUN SHIKHAR
बदायूँ
रिपोर्ट -इन्तजार हुसैन
आजः बदायूँ शहर के पंचायत भवन सभागार में अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रायोजित एवं कित्सा वेलफेयर सोसाइटी, लखनऊ द्वारा आयोजित कार्यक्रम सेमिनार/कार्यशाला का आयोजन सफलतापूर्वक किया गया। इस कार्यक्रम के अतिथिगण श्री सी0पी0 सिंह राघव, श्री मोअज्ज़म, प्रतिनिधि जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी, आबाद एडवोकेट, मुख्य रूप से उपस्थित रहें।
इस सेमिनार का उद्देश्य वक्फ सम्पत्तियों के विकास एवं स्थायी व्यवसायिक उपयोग के विचार उत्पन्न करने और उनसे जोड़ने के लिए अल्पसंख्यक समुदाय में जागरूकता एवं विभिन्न योजनाओं का प्रचार-प्रसार है। उपरोक्त सेमिनार में 50 अल्पसंख्यक समुदाय के महिलाएं एवं पुरूष तथा बच्चे प्रतिभाग किया।
मुख्य वक्ताओं में श्री अरशद अली, समाजसेवी, फलेश बाजपेई, डाॅ0 सुनील शुक्ला इत्यादि लोग उपस्थित रहें।
वक्तागणों ने अपने सम्बोधन में कहा कि संस्था द्वारा जो प्रयास अल्पसंख्यकों हेतु किया जा रहा है, वह प्रशंसनीय है। क्योंकि अभी तक यह देखा गया है कि यह समाज शैक्षिक एवं आर्थिक दृष्टि से अन्य समाज से काफी पीछे है। उन्होंने अपने सम्बोधन में यह भी कहा कि संस्था आपको भारत सरकार की विभिन्न योजनाओं के बारे में भी जागरूक कर रही है, साथ ही यह वक्फ सम्पत्तियों का व्यवसायीकरण और उससे होने रोजगार सृजन के बारे में भी जागरूक कर रही है। इससे रोजगार तो बढ़ेगा ही, साथ ही क्षेत्र का विकास होगा।
श्री सिंह ने अपने सम्बोधन में कहा कि इस सेमिनार से आपको एवं आपके परिवार को आर्थिक लाभ के साथ-साथ सामाजिक लाभ भी होगा। यदि हमें अपने क्षेत्र में विकास करना है तो, पर्यटन को विकसित करना होगा। यह तभी सम्भव है, जब क्षेत्र में कोई ऐसा स्थल बने, जो पर्यटकों के घूमने लायक हो, तभी क्षेत्र का विकास होगा तथा रोजगार के अवसर बढ़ेगे। यह तभी सम्भव है, जब हम जीर्ण अवस्था में पड़े वक्फ सम्पत्तियों, धर्मार्थ स्थान का उपयोग व्यवसायिक के रूप में करेंगे।
अन्य अतिथिगणों ने अपने सम्बोधन में अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय, भारत सरकार की अन्य योजनाओं के बारे में विस्तृत रूप से प्रतिभागियों को जानकारी दी तथा वक्फ सम्पत्तियों को कैसे विकसित करें, जिससे क्षेत्र के विकास के साथ-साथ आर्थिक तथा सामाजिक सशक्तिकरण उत्पन्न
कार्यक्रम के अन्त में संस्था प्रबन्धक ने मुख्य अतिथि सहित आये हुए अन्य अतिथियों एवं प्रतिभागियों का धन्यवाद किया तथा सुक्ष्म अल्पाहार हेतु निवेदन करते हुए कार्यक्रम के समापन की घोषणा की।
भवदीय
( उपेन्द्र सिंह )
व्यवस्थापक