बदायूँ : 18 अगस्त। और पैरामेडिकल संस्थानों की होगी रेटिंग, अभ्यर्थियों को होगा सर्वश्रेष्ठ को चुनने का अवसर
जिलाधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि मा0 मुख्यमंत्री जी उत्तर प्रदेश द्वारा 8 अक्टूबर 2022 को निरामयाः अभियान आरंभ किया गया था। शासन स्तर से जनपद में संचालित समस्त नर्सिंग व पैरामेडिकल कॉलेज आदि की रेटिंग में अपेक्षित सुधार हेतु प्रयास किए जाने की कार्यवाही की अपेक्षा की गई है। उन्होंने इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी व जिला विद्यालय निरीक्षक को पद प्रेषित कर अभियान का प्रचार प्रसार करने व नर्सिंग व पैरामेडिकल कॉलेज में शिक्षा का स्तर ऊंचा व गुणवत्तापरक बनाने के लिए कहा है।
जिलाधिकारी ने बताया कि नर्सिंग व पैरामेडिकल कॉलेज के शिक्षा के स्तर में सुधार करने से वहां प्रशिक्षण प्राप्त करने जा रहे अभ्यर्थियों को पूर्ण जानकारी उपलब्ध हो सकेगी, ताकि जब वह सेवा में आए तब शासन की मंशा के अनुरूप कार्य कर सकें। उन्होंने कहा कि शासन स्तर से मिशन निरामया (रेटिंग आफ नर्सिंग एंड पैरामेडिकल कॉलेज) की पुस्तिका भी प्रकाशित की गई है साथ ही अभियान का व्यापक प्रचार प्रसार करने के लिए भी कहा गया है। उन्होंने बताया कि मिशन निरामया का उद्देश्य संस्थानों की समग्र गुणवत्ता में सुधार, बेहतर शिक्षण सीखने की प्रथाओं को विकसित करना और छात्रों को नौकरी के लिए तैयार करना है।
उन्होंने बताया कि मिशन निरामयाः के तहत माननीय मुख्यमंत्री ने 12 जुलाई 2023 को यूपी में सभी नर्सिंग और पैरामेडिकल संस्थानों (यूपी स्टेट मेडिकल फैकल्टी के तहत संबद्ध) की रेटिंग लॉन्च की, जिससे यूपी ऐसी रेटिंग जारी करने वाला देश का पहला राज्य बन गया। संस्थानों को तीन गुणवत्ता मानकों अर्थात् बुनियादी ढांचे, शिक्षण सीखने की प्रक्रियाओं सीखने के परिणामों पर ए से ई (ए अर्थात उच्चतम और ई अर्थात सबसे कम) का दर्जा दिया गया था। ये रेटिंग्स रेटिंग्स वेबसाइट ूूण्तंजपदहेण्नचेउिंबण्वतह पर सार्वजनिक रूप से उपलब्ध होगी।
रेटिंग वेबसाइट छात्रों को संस्थान की रेटिंग देखने और उन्हें उनके जिलों, पाठ्यक्रमों, रेटिंग आदि के अनुसार फ़िल्टर करने की अनुमति देती है। सभी नर्सिंग और पैरामेडिकल संस्थान भी इसे प्रदर्शित करके अपनी रेटिंग को प्रसारित करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहे हैं।
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