बदायूँ : एसओजी और थाना उझानी पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए बीते साल 04 दिसम्बर को हुए किराना व्यापारी गीतम साहू हत्याकांड का खुलासा कर दिया है। पुलिस ने इस हत्याकांड में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जबकि इस कांड में फरार एक अन्य आरोपी की तलाश की जा रही है। पुलिस के मुताबिक, हत्या की मुख्य वजह अवैध संबंध का शक होना था।

 

पुलिस लाइन सभागार मे प्रेसवार्ता कर एसएसपी डाॅ ओपी सिंह ने मंगलवार को बताया एसओजी व उझानी पुलिस ने गीतम साहू हत्याकांड मे दो आरोपितों निर्दोष नाथ उर्फ कालू उर्फ नितेश पुत्र रविन्द्र नाथ उर्फ कटिया और रंजीत नाथ पुत्र हजारीनाथ को गिरफ्तार किया है। जबकि तीसरा आरोपी राकानाथ पुत्र रविन्द्र नाथ फरार है जिसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जायेगा। तीनो आरोपी उझानी थाना क्षेत्र के गाँव हरपालपुर के रहने वाले है।

आरोपियों ने बयान में अपना जुर्म कबूल कर लिया है। हत्या की मुख्य वजह बड़े भाई की पत्नी से अवैध संबंध का शक होना था।

पूछताछ मे आरोपी निर्दोष ने बताया कि गीतम साहू परचून के सामान का सैल्समेन का काम करता था तथा मेरे गांव में सामान बेचने के लिए आता जाता रहता था । जिस कारण गीतम साहू की मेरे भाई देवेन्द्र की पत्नी से बातचीत होने लगी जो हम लोगो को काफी नागवार लगा और दोनो को कडे शब्दों में समझाया भी था । कुछ समय पूर्व मेरे भाई देवेन्द्र की एक्सीडेंट में मृत्यू हो गई थी। मुझे शक था कि मेरे भाई का एक्सीडेंट गीतम साहू ने ही कराया हों । तब से मैं गीतम साहू से बदला लेने की फिराक में था । मैने अपने दोस्त रंजित नाथ व अपने भाई राकानाथ के साथ मिलकर गीतम साहू को मारने की योजना बनाई थी । बीते 4 दिसम्बर को हमने योजनाबद्ध तरीके से हरपालपुर मोड के पास लगे टीन सेड में गीतम साहू के आने का इन्तजार करने लगे । शाम को कोहरे की वजह से लोगो का आना जाना कम हो गया था । उस दिन गांव में बारात आयी हुई थी । अधिकतर लोग शादी में व्यस्त थे । जैसे ही गीतम गांव से सामान देकर वापस आया तो हम लोगों नें गाडी के सामने खडे होकर गाडी को रुकवाया और सिगरेट की ड़िब्बी मांगने के बहाने गाडी के दोनो शीशे खुलवाये और फिर हम तीनो ने मिलकर उसे कार में ही दबा लिया तो उसने विरोध किया तो तमंचे से गीतम साहू की कनपटी पर सटाकर गोली मार दी । उसके बाद उसी ईको गाडी से लाश को ठिकाने लगाने के लिए जौनेरा बंधे की तरफ निकल गये । कोहरा पड रहा था । बंद्दे के किनारे जाकर एक लेहटा(सरसों) के खेत में लाश को ठिकाने लगा दिया व गीतम का मोबाइल बन्द करके अपने भाई राकानाथ को दे दिया।गीतम साहू की तलाशी मे जो पैसे मिले थे वह पैसे रंजीत ने ले लिये थे तथा राकानाथ को सहसवान कछला रोड पर जौनेरा भट्टे के पास छोडकर मैं और रंजित ईको कार व उसमें भरे परचून के सामान को लेकर बरेली की तरफ चले गये । बरेली में हम लोग 02 से 03 दिन तक घूमते रहे और गीतम से मिले पैसों से खाते पीते व मौज मस्ती करते रहे । बीते 7 दिसम्बर को हम लोग सुबह झुमका तिराहा से आगे हम लोग टोल प्लाजा के पास पहुंचे तथा कैमरे से बचने के लिए टोल प्लाजा से कुछ पहले रोड के बाई तरफ एक कच्चे रास्ते से होकर निकलने लगे तो हमारी गाडी रास्ते में ही एक छोटी नदी में फंस गयी । काफी कोशिश के बाद गाडी नहीं निकल पायी । वही से मैने अपने भाई राका से बात कर बताया कि मौका देखकर किसी समय लाटा के खेत पर जाकर जहां गीतम की लाश फेंकी थी उसकी लाश के पास ही मोबाइल चालू करके फेंक देना तथा गीतम साहू के शव को खेत से निकालकर सड़क पर डाल आना । उसके बाद मैने और रंजित ने एक टैम्पों किराये पर करके वैन में भरे परचून के सामान को वैन में पडे खाली बोरो में भरकर अपने पहचान के दुकानदार प्रेमपाल पुत्र तेजपाल जिसकी दुकान खजूरी घाट बरेली में है, चार हजार दो सौ रुपयों में यह कहकर बेचा था कि अपनी गांव की दुकान बन्द कर दी है और मैं काम करने दिल्ली जा रहा हूं यह मेरी दुकान का बचा सामान है । उसके बाद हम लोग वहाँ से फरार हो गये थे ।

पुलिस ने इस कांड में संलिप्त अपराधियों से घटना में प्रयोग किए गए तमंचा कारतूस को बरामद किया है।

पुलिस ने दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया। जहां से दोनों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।

एसएसपी ने बताया कि इस वर्कआउट पर एसओजी टीम प्रभारी एसआइ धर्वेंद्र सिंह, हेड कांस्टेबल सचिन कुमार झा, विपिन कुमार, शराफत हुसैन, मुकेश कुमार, लोकेंद्र कुमार, सचिन कुमार, कांस्टेबल मनीश, भूपेंद्र, आजाद, अरविंद कसाना व कुशकांत समेत उझानी पुलिस को 25 हजार रुपये का इनाम दिया गया है।

 

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