गाजियाबाद । पहली और दूसरी लहर के बाद संभावित तीसरी लहर से पहले स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना की चेन ब्रेक करने को खास योजना बनाई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रतिनिधियों के सहयोग से जिले का कोरोना मैप बनाया गया है। इस मैप में अब रोज आने वाले नए केसों को दुश्मनों की तरह क्षेत्रवार मार्क किया जाएगा। इसके लिए कलर कोडिंग सिस्टम बनाया गया है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रतिनिधियों के सहयोग से जिले का कोरोना मैप बनाया गया है।रंग-बिरंगी बिंदियों को इस मैप पर चिपकाते हुए केस वाले क्षेत्र के दो किलोमीटर एरिया को निगरानी टीमों के हवाले कर दिया जाएगा। 14 दिन बाद संक्रमित के ठीक होने पर मैप से बिंदी को हटा दिया जाएगा। संक्रमित का पूरा विवरण मिलते ही पांच टीमें संबंधित क्षेत्र में डेरा डालकर पूरे दिन कोरोना की जांच, साफ सफाई, दवा बांटने, सैनिटाइजेशन एवं कांटेक्ट ट्रेसिंग का काम करेंगी।

पूरे इलाके में मूवमेंट रहेगा कम

सर्विलांस टीमों द्वारा संक्रमित के क्षेत्र में लोगों को जागरूक करते हुए सलाह दी जाएगी की 14 दिनों तक बाहर आना-जाना कम कर दिया जाए। पांच केस मिलने पर पूरे क्षेत्र को सील कर दिया जाएगा। विभाग का मानना है कि इस बार केस कम होने पर कतई लापरवाही नहीं बरतनी है। सर्विलांस का काम पहले से अधिक तेज होगा।

संक्रमित गायब, पूरे दिन नहीं उठा फोन

बृहस्पतिवार को मिलने वाले एक कोरोना संक्रमित की जांच रिपोर्ट में नाम, मोबाइल नंबर एवं पते की जगह गाजियाबाद लिखा हुआ पाया गया। सर्विलांस टीम पूरे दिन मोबाइल मिला मिलाकर थक गई लेकिन संक्रमित का सही पता नहीं मिल सका है। अब पुलिस के जरिए उसकी लोकेशन का पता लगाया जा रहा है। विभाग का कहना है कि ऐसे लापरवाह लोगों की वजह से ही संक्रमण फैलता है।

जिला सर्विलांस अधिकारी का बयान

कोरोना मैप में रोज मिलने वाले संक्रमित के इलाके को रेड जोन में दर्शाते हुए निगरानी होगी। संक्रमित की सेहत का दिन में तीन बार हालचाल लिया जाएगा। निगरानी के साथ संक्रमित आने वाले व्यक्ति के अलग-अलग क्षेत्रों में फैले दोस्तों एवं निकट संपर्कियों की कोरोना जांच होगी।

-डॉ. आरके गुप्ता, जिला सर्विलांस अधिकारी

 

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