BUDAUN SHIKHAR-UP
सीतापुर
रिपोर्ट-अरुण कुमार
सीतापुर के तहसील बिसवा के ब्लाक रेउसा इलाके के ग्राम पंचायत गोलोकोडर के कई गांव में बारिश आते ही नदिया अपना विकराल रूप धारण कर लेती है वहा के स्थानीय लोगों के लिए बारिश एक मुसीबत बनकर तैयार हो जाती है चारों तरफ नदियां हैं बीच में लोग रहने को मजबूर हो जाते जाएं भी तो कहां जाएं उन लोगों की जो भी जमीन थी वह नदी में समा गई है
आपको बता दें कि लगभग 400 लोग इस टापू में फसे हुए हैं अभी तक प्रशासन की तरफ से ना तो कोई सुविधा दी गई है और न ही उनको रहने के लिए जगह सुरक्षित जगह इतना ही नही प्रशासन के अधिकारी व कर्मचारी अभी तक इनकी सुध लेने नहीं पहुंचा है क्योंकि इन लोगों से मिलने के लिए 25 किलो मीटर तक नाव पर जाना पड़ता है कोई भी बीमार पड़ जाये तो लोग उसको चारपाई पर लादकर नाव तक ले जाते है उसके बाद अपने कंधों पर लाद कर ले जाते है लोगो की माने तो यहा तक प्रशासन नही आता लोगो का कहना है सरकार हमे भी थोड़ी रहने को जगह दे दे तो हम लोग भी सुरक्षित महसूस करे लगभग 400 सौ लोग अभी भी इस टापू पर रहने को मजबूर है बच्चों को शिक्षा तक नसीब नहीं होती शिक्षा कैसे नसीब हो जब चारो तरफ जल ही जल है उसके बीच में रहने को मजबूर है यहा के निवासी आखिर कब नसीब होगी इन गरीबों को दो बक्त की रोटी आखिर कब तक मजबूर रहेंगे यहाँ के स्थानीय लोग