BUDAUN SHIKHAR-UP

उन्नाव

रिपोर्ट-प्रमोद सिंह

 

क्रिकेट मैच के दौरान हुए विवाद को सांप्रदायिक रूप देने के प्रयास को जिला प्रशासन ने विफल किया, पुलिस ने इस दौरान हिरासत में लिए गए युवकों को छोड़ दिया।

उन्नाव में क्रिकेट के दौरान हुए विवाद में मदरसा छात्रों से मारपीट और मॉब लिंचिंग के आरोप में नामजद युवकों को पुलिस ने मौके पर मौजूद न होने के प्रमाण दिए जाने के बाद छोड़ दिया।

जांच में चश्मदीद के सामने आने पर ये स्पष्ट हो गया कि नामजद कराए गए तीन युवकों में एक मारपीट में शामिल था।

पुलिस अब उसकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है। चश्मदीद के बयान से भी ये स्पष्ट हो गया कि मैदान पर नशेबाजी कर रहे युवकों से छात्रों का विवाद हुआ था जिसके बाद मारपीट हुई

उन्नाव में मदरसे के छात्रों के साथ पिटाई का मामला सामने आया था। इसके बाद जामा मस्जिद के मौलाना नईम मिस्बाही का आरोप है कि कुछ लोगों ने क्रिकेट खेल रहे छात्रों को ‘जय श्रीराम’ बोलने के लिए कहा था।

इसकी जानकारी होने पर जिलाधिकारी देवेंद्र कुमार पाण्डेय ने कमान अपने हाथ में ली। उन्होंने बताया कि उन्नाव में कोई नारा नहीं लगाया गया था, बच्चों के खेल में लड़ाई हुई थी। केवल अराजक तत्वों ने माहौल खराब करने का काम किया था।

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