संवाद सूत्र, मिरहची: प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सख्ती के चलते डग्गेमारी पर शत् प्रतिशत रोक लग चुकी है। वहीं परिवहन निगम की बसों को चला रहे चालक कस्बा के चौराहे पर बसों को रोककर सवारियां नहीं उठा रहें,जिसके चलते सवारियों को आवागमन में भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। लोगों की शिकायत के बावजूद निगम के अधिकारियों के कानों पर जूं नहीं रेंग रही।
सरकार की मंशा रहती है कि सरकारी उपक्रमों से आम जनमानस को राहत मिले, लेकिन कर्मचारी सरकारी आदेशों की धज्जियाँ उड़ाने में अपनी शान समझते हैं। पूर्व में कस्बा मिरहची पर सवारियों को आवागमन की सुविधा मुहैया कराने के लिये एक कर्मचारी चौराहे पर तैनात रहता था जिसका कार्य था कि निगम की प्रत्येक बस को चौराहे पर रूकवाकर उसमें सवारियां बैठाना। प्राइवेट बसों के संचालन पर रोक लगने के पश्चात अब मिरहची अथवा ग्रामीण इलाकों से कासगंज शिक्षाध्यन को जाने वाले छात्र छात्राओं एवं अन्य यात्रियों को मिरहची चौराहे पर बसों के न रूकने के कारण भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कस्बा मिरहची अथवा उससे जुड़े लगभग चार दर्जन गांवों के लोगों को कासगंज व एटा आवागमन करना पड़ता है। पूर्व में कस्बा के चौराहे पर केवल एटा और कासगंज डिपो की बसें ही चौराहे पर बस रोककर सवारियां बिठाते थे। लोगों की मांग को देखते हुये तत्कालीन सपा सरकार में परिवहन मंत्री मानपाल सिंह ने कस्बा के चौराहे से होकर गुजरने वाली प्रत्येक डिपो की बसों को चौराहे पृ रोककर सवारियों को उठाने के निर्देश जारी किये थे। तब से लेकर आज तक मिरहची चौराहे से बसों में आवागमन करने वाले लोगों ने राहत की सांस ली। प्रदेश में पुनः भाजपा की सरकार बनी तो लोगों की उम्मीदों को पंख लगे, लेकिन उम्मीदों के विपरीत वर्तमान समय में अधिकांश बसें कस्बा के चौराहे पर नहीं रूक रहीं जिसके कारण लोगों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कस्बा व ग्रामीण क्षेत्र के लोगों में व्यापारी नेता अतुल सर्राफ, संतोष स्वर्णकार, रविंद्र दीक्षित, जवाहर लाल वर्मा, खिलाड़ीराम साहू, हरेश गांधी, शीलेंद्र नायक, शीलू वर्मा, राजेश साहू बौबी, अवनीश साहू, अब्दुल कलाम, रिंकू वशिष्ठ, अजय सक्सेना आदि ने जिलाधिकारी अंकित अग्रवाल एवं एआरएम कासगंज व एटा से मांग की है कि वह हस्तक्षेप कर निगम की बसों का मिरहची चौराहा पर ठहराव करायें जिससे लोगों को आवागमन में असुविधा का सामना न करना पड़े।