बदायूँ शिखर
सहयोगी
आज तक केसरी
मनाली – लेह
अजय शर्मा

मानो या ना मानो, पर यहां भूत पर विश्वाश करते है सभी………
भूत को सिगरेट ,मिनरल वाटर नही दिया तो होगा अमंगल…………….
क्या भूत सिगरेट पी सकता है………….
क्या भूत केवल बोतल का पानी ही पी सकता है………………
खून पीने वाले भूत कलयुग में पानी पी रहे है……………..
क्यू सिगरेट,मिनरल वाटर का सेवन करता है ये अनोखा भूत………..
भूत को क्यू नही मिल पाई मुक्ति…………
किसका इंतजार कर रहा है सदियों से भूत……………..

ये भारत देश है जहां पत्थर को भगवान का दर्जा भी दिया जाता है तो वही दूसरी ओर एक पत्थर को भूत का दर्जा भी दे दिया जाता है, बात वही फिर घूम कर आती है कि मानो तो मैं गांगा मां हूँ न मानो तो बहता हुआ पानी, सबकी अपनी अपनी सोच है । कोई पत्थर में भगवान को देखता है तो कोई भूत मान लेता है । हिमाचल प्रदेश देव भूमि है यहां लोग जितना विश्वास भगवान पर करते है उतना ही विश्वाश भूत प्रेत जादू टोने पर करते आये है इसके अनेको उदाहरण हिमाचल के मंदिरों में प्रतिदिन मिल जाते है जहां लोग इन अलांकिक शक्तियों से मुक्ति पाने आते है । हिमाचल प्रदेश में लोग भूत प्रेतों डायनों जादू टोने में ज्यादा विश्वास करते है यही कारण है कि यहां के देवालयों में लोगो की भीड़ लगी रहती है । आज हम इसी हिमाचल की एक अनोखी तस्वीर भूत की गाथा की बता रहे है जो अपने आप मे चौकाने वाली है जहां भूत लोगो से खाने पीने की चीजें मांगता हुआ नजर आने का दावा हुआ है ।

ये भूत से जुड़ी गाथा मनाली लेह मार्ग की है जहां आज भी भूत जी का मंदिर है जहां से आगे लोग ,ट्रक, बस,जीप ,टू व्हीलर चालक तभी आगे बढ़ते है जब वो भूत जी के आगे नतमस्तक होकर सिगरेट,बीड़ी,खैनी, मिनरल वाटर ,शराब चढाते है तभी आगे निकलते है । इस भूत जी के प्रति लोक गाथा यह बताती है कि मनाली लेह सड़क पर करीब 15 – 20 साल पहले एक ट्रक सामान लेकर जा रहा था जहां भूत जी का मंदिर है वहां ट्रक खराब हो गया कई किलोमीटर तक आदाबी का नामो निशान नही था ट्रक में खराबी आने के कारण ट्रक का ड्राइबर अपने क्लीनर को ट्रक में बिठाकर लोगो से मदद लेने इस स्थल से 30 -40 किलोमीटर दूर पैदल निकल गया और क्लीनर ट्रक में बैठा रहा कुछ समय बाद भारी बर्फबारी हुई और यह रास्ता बंद हो गया ट्रक चालक भूख प्यास से ट्रक के अंदर ही दम तोड़ गया कुछ दिन बाद जब जब ट्रक चालक लोगो को लेकर यहां पहुंचा तो देखा कि उसके सहयोगी क्लीनर की मौत हो गई । तब वहां मौजूद सभी लोगो ने निर्णय लिया कि ट्रक क्लीनर का अंतिम दाह संस्कार यही कर दिया जाए और उसकी स्थल के पास क्लीनर का दाह संस्कार कर दिया और ट्रक ड्राइवर बाद में ट्रक ठीक करवाकर वापस लौट आया ।ऐसा बताया जाता है क्लीनर की मौत वही क्लीनर वहां से गुजरने वाले वाहनों को रोक कर खाने पीने की चीजें मांगने लगा धीरे धीरे ये बात उस सड़क पर आने जाने वाले चालको को लग गई और दूर के गांवों के लोगो को भी पता चल गया कि कोई लड़का वहां खाने पीने की चीजें मांग रहा है सब हैरान हो गए कि इस वीरान इलाके में कोई लड़का आखिर कैसे रह सकता है । बाद में मालूम हुआ कि ये वही ट्रक क्लीनर है जो मर चुका है बाद में शांति पाठ उस स्थल पर किया गया उसके बाद ये लड़का किसी को नही मिला बताया गया कि अल्प मौत के कारण युवक की आत्मा वहां भटकी थी । एक बात यहां यह भी बताई जाती है जब युवक किसी वाहन को रुकने ओर खाने पीने की चीजें मांगता था तब अगर कोई उसे नही देता था तो वो वाहन खराब हो जाते थे कई दुर्घटनाए भी घटी ।इसके बाद यहां भूत जी का टापू नुमा मंदिर बना दिया गया जहां सिगरेट,शराब, खैनी, मिनरल वाटर चढ़ाने की प्रथा शुरू हो गई जो आज भी जारी है । इस भूत जी के मंदिर को लेकर जब कुल्लू के बरिष्ठ पत्रकार एवं लेखक तारा चंद थरमानी से बात की तो उन्होंने कहा कि ऐसा मंदिर मनाली लेह मार्ग पर है जहां सिगरेट, शराब, खैनी जैसी सभी चीजें अर्पित होना आम बात है ।तारा चंद ने भूत के इतिहास पर बताया कि जो बात फैलाई गई है कि क्लीनर की मौत भूख प्यास से बर्फीले तूफान के कारण हुई है ऐसा कुछ नही है असलियत में जब ट्रक ड्राइबर गाड़ी को खड़ी चढ़ाई पर ले जा रहा था तब क्लीनर गाड़ी में पिछले टायरो में पत्थर ( गुटका ) लगा रहा था तभी ट्रक पीछे आ गया और क्लीनर की मौत हो गई थी । उसके बाद उसकी आत्मा कुछ सालों तक भटकती रही पर आज ऐसा कुछ नही है । आज भी लोग वहां से आते जाते है और भूत जी के मंदिर में ये सब अर्पित करते है ।हैरानी की बात एक यह भी है कि हिमाचल सरकार ने खैनी के ऊपर वैन लगया हुआ है फिर भी राहगीर भूत जी को खैनी चढाने में कोई कमी नही छोड़ते है* ।

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