सितंबर में सूर्य, मंगल, बुध, गुरु और शुक्र ग्रह का राशि परिवर्तन होगा। इन 5 ग्रहों के प्रभाव से देश में राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक बदलाव दिखेंगे। साथ ही कई जगहों पर अचानक मौसम बदलेगा। कहीं तेज बारिश तो कहीं गर्मी बढ़ने लगेगी। इन ग्रहों के बदलाव से कई लोगों की सेहत संबंधी परेशानियां हो सकती हैं।
इस महीने सूर्य ग्रह, बुध की राशि में आ जाएगा। जिससे इसके शुभ असर कम नहीं होगा। मंगल अपनी शत्रु राशि में रहेगा। वहीं, बुध ग्रह अपनी मित्र राशि में होगा। गुरु शत्रु ग्रह शनि के साथ रहेगा और शुक्र अपनी ही राशि में होगा। इस ग्रह-स्थिति से देश-दुनिया में उथल-पुथल हो सकती है।
संक्रमण फैलने की आशंका
पुरी के ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश मिश्र बताते हैं कि सूर्य और बुध की स्थिति देखते हुए नमी और उमस की वजह से कई जगह बीमारियों का संक्रमण बढ़ सकता है। साथ ही गुरु और शनि फिर से एक ही राशि में आ जाएंगे। जिससे महामारी बढ़ने की भी आशंका है। इस ग्रह-स्थिति की वजह से देश में शिक्षा और धर्म से जुड़ी व्यवस्थाएं गड़बड़ा सकती हैं। इन क्षेत्रों से जुड़े बड़े बदलाव भी होने की संभावना बन रही है।
कई जगहों पर बड़े प्रशासनिक बदलाव हो सकते हैं। बुध और शुक्र के प्रभाव से देश की अर्थव्यवस्था में सुधार हो सकता है। हालांकि महंगाई बढ़ेगी और जनता असंतुष्ट रहेगी। मंगल के राशि परिवर्तन से कई जगहों पर हिंसा और अगजनी हो सकती है। देश की सैन्य शक्ति भी बढ़ेगी। लेकिन कुछ जगहों पर भूकंप और पहाड़ खिसकने की घटनाएं होने की आशंका है।
9 ग्रहों का 12 राशियों पर असर (डॉ. मिश्र के मुताबिक)
सूर्य: ये ग्रह 17 सितंबर को सिंह से कन्या राशि में प्रवेश कर रहा है। इसके राशि परिवर्तन करने से मेष, कर्क, वृश्चिक और धनु राशि वालों के लिए अच्छा समय शुरू होगा। इनके अलावा वृष, सिंह, कन्या, मकर, मिथुन, तुला, कुंभ और मीन राशि वाले लोगों को संभलकर रहना होगा।
मंगल: ये ग्रह 5 सितंबर को सिंह राशि से निकलकर कन्या में प्रवेश करेगा। ये अपनी शत्रु राशि में आ जाएगा। इस राशि परिवर्तन से मंगल और शनि का अशुभ षडाष्टक योग खत्म हो जाएगा। इस ग्रह का शुभ प्रभाव मेष, कर्क और वृश्चिक राशि वाले लोगों पर रहेगा। वहीं, वृष, मिथुन, सिंह, कन्या, तुला, धनु, मकर, कुंभ और मीन राशि वाले लोगों को संभलकर रहना होगा।
बुध: ये ग्रह 21 सितंबर को अपनी ही राशि यानी कन्या से निकलकर तुला में प्रवेश कर रहा है। बुध के राशि परिवर्तन से वृष, कन्या, धनु, मकर और मीन राशि वालों पर शुभ असर रहेगा। वहीं, मेष, मिथुन, कर्क, सिंह, तुला, वृश्चिक और कुंभ राशि वालों को संभलकर रहना होगा। इसी महीने के आखिरी में ये ग्रह तुला राशि में ही वक्री हो जाएगा। जिससे इन राशियों पर इसका असर कम या ज्यादा होने लगेगा।
बृहस्पति: इस महीने 14 सितंबर को देव गुरु बृहस्पति टेढ़ी ही चाल चलते हुए एक राशि पीछे की ओर यानी मकर में आ जाएंगे। जिससे फिर शनि और गुरु की युति बन जाएगी। इस अशुभ स्थिति का अशुभ असर कई राशियों पर पड़ेगा। इस कारण वृष, कर्क, कन्या, धनु और मीन राशि वाले लोगों के लिए समय शुभ रहेगा। वहीं, मेष, मिथुन, सिंह, तुला, वृश्चिक, मकर और कुंभ राशि वालों को संभलकर रहना होगा।
शुक्र: ये ग्रह 5 सितंबर को कन्या राशि से निकलकर अपनी ही राशि यानी तुला में आ जाएगा। शुक्र ग्रह का प्रभाव इनकम, खर्चा, शारीरिक सुख-सुविधाएं, शौक और भोग-विलास पर होता है। यह परिवर्तन मेष, वृष और मकर राशि वाले लोगों के लिए शुभ रहेगा। इनके अलावा मिथुन, कर्क, सिंह, कन्या, तुला, वृश्चिक, धनु, कुंभ और मीन राशि वाले लोगों को इस ग्रह का शुभ फल नहीं मिल पाएगा।
शनि: सितंबर में शनि की चाल में बदलाव नहीं होगा। ये ग्रह इस महीने मकर राशि में वक्री ही रहेगा। इससे पहले मई के आखिरी सप्ताह में शनि अपनी ही राशि मकर में वक्री हुआ था। यानी तब से ही टेढ़ी चाल से चल रहा है। जिससे कई राशि वाले लोग परेशान रहेंगे। शनि का शुभ फल सिंह, वृश्चिक और मीन राशि वाले लोगों को मिलेगा।
राहु: राहु वृष राशि में है और सितंबर में भी राहु की चाल में बदलाव नहीं होगा। साथ ही इसके साथ कोई भी ग्रह नहीं रहेगा, सिर्फ चंद्रमा को छोड़कर। जिससे राहु का असर और बढ़ जाएगा। इससे कर्क, धनु और मीन राशि वाले लोगों के लिए शुभ समय रहेगा। वहीं, मेष, वृष, मिथुन, सिंह, कन्या, तुला, वृश्चिक, मकर और कुंभ राशि वालों को संभलकर रहना होगा।
केतु: केतु वृश्चिक राशि में है और सितंबर में न तो इसकी चाल बदलेगी और न ही राशि परिवर्तन होगा। इसका शुभ असर मिथुन, कन्या और मकर राशि वालों पर रहेगा। वहीं, मेष, वृष, कर्क, सिंह, तुला, वृश्चिक, धनु, कुंभ और मीन राशि वाले लोगों को संभलकर रहना होगा।