बदायूँ : नारी सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन को समर्पित मिशन शक्ति के चौथे चरण का शुभारंभ किया गया। जिलाधिकारी मनोज कुमार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ओ0पी0सिंह, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव/अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सारिका गोयल व अन्य अधिकारियों ने महिला सशक्तिकरण की रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। रैली के जरिये केंद्र और राज्य सरकार की ओर से महिला-बेटी संचालित योजनाओं की जानकारी दी गई। रैली इस्लामियां इंटर कॉलेज से प्रारम्भ होकर, भामाशाह चौक होते हुए पुलिस लाइन पर समाप्त हुई।
पुलिस लाइन में कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए सांसद संघमित्रा मौर्य ने कहा कि महिला समाज की कुशल शिल्पकारा होती है नारी को सशक्त करने के लिए हमारी केंद्र और राज्य की सरकार तत्पर है।
सदर विधायक महेश चन्द्र गुप्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री जी का भाव है कि बेटियां विकसित निर्भीक होकर लक्ष्य को पूरा करें, मातृशक्ति ने यदि मन में ठान लिया कि उसे कुछ करना है तो दुनिया की कोई ताकत उसे नहीं रोक सकती।
बिल्सी विधायक हरीश शाक्य ने कहा कि सरकार महिलाओं व बेटियों को सुरक्षित महसूस कराने व उनका स्वावलंवी बनाने के लिए विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं व कार्यक्रम चला रही है। इन कार्यक्रमों से महिलाओं में काफी जागरुकता आई है।
डीएम ने मनोज कुमार कहा कि शारदीय नवरात्र प्रारंभ हो रहे हैं इस शुभ अवसर पर मुख्यमंत्री जी द्वारा मिशन शक्ति चतुर चरण का भी शुभारंभ किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य देश की अर्थव्यवस्था से सीधा जुड़ा हुआ है। वर्ष 2047 में देश आजादी का शताब्दी समारोह मनाएगा। हमारे देश को विकास की अग्रणीय पंक्ति में खड़े होने का स्थान प्राप्त करना है। इसमें देश की आधी आबादी अर्थात महिलाओं की सहभागिता बेहद आवश्यक है।
एसएसपी ओपी सिंह ने कहा कि नवरात्र से मिशन शक्ति का विधिवत आयोजन हो जाएगा। पुलिस विभाग नोडल विभाग के रूप में कार्य करेगा। महिला कांस्टेबल शक्ति दीदी के नाम से जानी जाएगी।
कार्यक्रम का सजीव प्रसारण कलेक्ट्रेट स्थित सभागार में दिखाया गया। यहां सांसद संघमित्रा मौर्य, सदर विधायक महेश चन्द्र गुप्ता, डीएम, एसएसपी व जनप्रतिनिधियों व महिलाओं ने कार्यक्रम को देखा। शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि साल में दो बार शक्ति की देवी दुर्गा के अनुष्ठान आयोजित करने की परंपरा है। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम मां दुर्गा के प्रति सम्मान और मातृ शक्ति के प्रति एक नए विश्वास का प्रतीक है। 2020 में महिला संबंधी अपराधों पर लगाम लगाने के लिए एक कार्यक्रम की शुरुआत हुई थी। मिशन शक्ति के नाम से शुरू हुआ अभियान सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन की थीम पर आगे बढ़ा।
उन्होने कहा कि पूरे प्रदेश में मिशन शक्ति का कार्यक्रम लोकप्रिय हुआ। महिला अपराध पर लगाम लगाने में कार्यक्रम से बहुत सफलता मिली। भारत सरकार ने मिशन शक्ति अभियान को सराहा। केंद्रीय स्तर पर महिला सुरक्षा के लिए चलाए जाने वाले अभियान का नाम भी मिशन शक्ति रखा गया। उन्होंने बताया कि मिशन शक्ति के चौथे संस्करण का शुभारंभ कार्यक्रम जागरूकता फैलाने के लिए है। अक्सर देखने को मिलता कार्यक्रम के बारे में संबंधित पक्ष को नहीं पता होता। इसलिए जागरूक करने के लिए कार्यक्रम आयोजित किया है। पूरे प्रदेश के सभी जिलों में कार्यक्रम हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आगे उत्कृष्ट कार्य करनेवाली महिलाओं को भी सम्मानित किया जायेगा। मुख्यमंत्री योगी ने संबोधन में बीसी सखी योजना का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि बीसी सखी योजना के माध्यम से गांव की महिलाएं सशक्त बन रही हैं। आज सबसे कम आय वाली महिला भी 25 हजार कमाती है. कुछ करने की इच्छाशक्ति होनी चाहिए। शासन प्रशासन उनके सहयोग के लिए खड़ा है। कल से महिला अपराध में संलिप्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई भी तेजी से होगी।