उझानी : पूर्व मुख्यमंत्री/ पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह की जन्म जयंती पर केंद्रीय राज्यमंत्री बीएल वर्मा ने जनप्रतिनिधियों के साथ अपने राजनीतिक गुरु कल्याण सिंह चित्र पर माल्यार्पण और पुष्पांजलि अर्पित कर भावपूर्ण नमन किया, साथ ही जनप्रतिनिधि, पार्टी के वरिष्ठ नेता व कार्यकर्ता और बाबूजी के हज़ारों समर्थक मौजूद रहे।

केंद्रीय मंत्री बीएल वर्मा ने कहा बाबूजी कल्याण सिंह मेरे राजनीतिक गुरु हैं, आज मैं जो कुछ भी हूँ सब उनके आशीर्वाद के ही कारण हूँ। बाबूजी के द्वारा देखा गया हर सपना पूरा करने के लिए सदैव प्रयत्नशील रहूंगा। साथ ही कहा पूर्व सीएम कल्याण सिंह को लोग प्यार से ‘बाबू जी’ के नाम से बुलाते थे, उनकी जन्म जयंती के अवसर पर उनको याद किया जा रहा है। बाबूजी अपने समय में विधायक, सांसद, मुख्यमंत्री और राज्यपाल जैसे संवैधानिक पदों पर रह चुके हैं। उन्हें देश के लोग राम मंदिर आंदोलन के सेनापति के रूप में लोग याद करते हैं। जो कि मोदी सरकार भव्य दिव्य राममंदिर बनकर तैयार होने जा रहा है। उन्होंने कहा समाज के गरीब, कमजोर, शोषित और वंचित वर्ग के लिए जीवन पर्यंत संघर्ष किया। उन्होंने कहा कि राजनीतिज्ञ के रूप में उनकी उपलब्धियां हम सभी के लिए प्रेरणादायी है।

जिलाध्यक्ष राजीव कुमार गुप्ता ने कहा बाबूजी अपने जीवन में सदैव जनहित को ही वरीयता देते रहे। बाबूजी की कार्य पद्धति निर्णायक साबित हुई । गरीब, किसान, मजदूर तथा पीड़ित की मदद के लिए सदैव आगे रहने वाले स्वर्गीय बाबू जी का सपना हम मिलकर पूरा करेंगे।

बदायूँ सांसद संघमित्रा मौर्य ने कहा कि कल्याण सिंह बाबू एक कुशल राजनेता और सफल मुख्यमंत्री थे, जो अन्याय और अत्याचार के खिलाफ उन्होंने सदैव लडाई लड़ते रहे। साथ ही कहा समाज के सबसे कमजोर और अंतिम व्यक्ति के लिए सदैव संघर्ष करने वाले नेता थे, उन्होंने भाजपा के सिद्धांत और विचारों के प्रति कार्य किये।

आँवला सांसद धर्मेन्द्र कश्यप ने कहा कल्याण सिंह बाबू जब वह पहली बार मुख्यमंत्री बने तो नकल के मामले में बदनाम अतरौली को ध्यान में रखकर उन्होंने प्रदेश के तत्कालीन शिक्षा मंत्री के सहयोग से नकल अध्यादेश लागू कराया और वह एक मॉडल के रूप में पेश हुआ।

इन लोगों ने अपने अपने विचार रखे पूर्व जिलाध्यक्ष हरप्रसाद सिंह पटेल, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्षा पूनम यादव, पूर्व विधायक प्रेमस्वरूप पाठक, विमल कृष्ण अग्रवाल, अशोक भारतीय, दीपमाला गोयल, प्रभात राजपूत आदि लोग रहे।

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