झ्स सम्बध में क्षेत्राधिकारी से पूछा तो उन्होने साथी चुप्पी
बदायूं दातागंज कोतवाली के ग्राम सलेमपुर में विवाहिता ने पुलिस की करतूतों से तंग आकर की आत्महत्या आपको बताते चलें कि आबिदा बानो बदायूं में अल्ट्रासाउंड कराने गई थी तभी उसके अलापुर थाना क्षेत्र के ग्राम म्याऊ के रिश्तेदार समीर पुत्र इकबाल जोहेब पुत्र इसरार अरबाज पुत्र राशिद बदायूं बस स्टॉप पर मिले और बताने लगे कि आपके पति शादाब खां की तबीयत बहुत खराब है हम लोग उन्हें देखने जा रहे हैं आप भी चलना चाहो तो चलो अपने पति की खराब तबीयत सुनकर अविदा बेचैन हो गयी रिश्तेदार होने के कारण विश्वास कर लिया और उनके साथ चली गई अविदा वानो ने दातागंज कोतवाली में लिखित प्रर्थाना पत्र देकर कार्यवाही की मांग कि लेकिन दातागंज पुलिस ने दिनांक 15-5-2019 के प्रार्थना पत्र को रददी की टोकरी में डाल दिया अविदा वानो ने बताया कि तीनों ने एक गाड़ी में बिठाकर मुझे सिकंदराबाद ले गए और वहां ले जाकर तीनो ने एक कमरे में बंद कर लिया और तीनों ने मेरे साथ एक सप्ताह तक लगातार गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया मैं चीखती चिल्लाती थी लेकिन कोई सुनने वाला नहीं था मेरे कानों के सोने के कुंडल गले की सोने की चेन चांदी की पायल ने तथा एक मोबाइल फोन भी छीन कर अपने कब्जे में ले लिया मुझे किसी से भी मिलने नहीं दिया गया एक दिन तीनों लोग मुझे ट्रेन से दिल्ली ले जा रहे थे तभी मैंने यात्रा ट्रेन में यात्रा कर रही सवारियों से फोन मांग कर अपने पिता को पूरी घटना से अवगत कराया मेरे पिता मेरे पास दिल्ली पहुंचे और तभी यह तीनों लोग वहां से फरार हो गए उसके बाद मेरे चाचा रजा खान बहनोई में महफूल दातागंज थाने आए और पूरी घटना की लिखित तहरीर थाना दातागंज में दी दातागंज पुलिस ने मेरे तथा मेरे पिता के साथ अभद्र व्यवहार एवं गलत भाषा का प्रयोग करते हुए भगा दिया और आज एक माह वीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की
अविदा वानो ने परेशान होकर मरने से पहले एक सुसाइड नोट लिखा जिसमें पुलिस की करतूतों का खुलासा किया है तथा उसने बताया कि मैं अपने पति से बहुत प्यार करती हूँ तीनों ने मेरे साथ गल्त काम किया है इसलिए अब वह मुझे रखने को भी तैयार नहीं है और दातागंज पुलिस कोई कार्यवाही नहीं कर रही है ऐसे में मुझे जिन्दा रहने से कोई फायदा नहीं है तथा मैं अब जिंदगी जीना नहीं चाहती हूं
मैं अपने परिवार वालों से यह गुजारिश करती हूं कि तीनों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाए मेरी आत्मा को तभी शन्ति मिलेगी और मैं आत्महत्या कर रही हूं मृतका ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है वहीं आविदा वानो की मरने की खबर सुनते ही उपजिलाधिकारी एंव क्षेत्राधिकारी दातागंज मौके पर पहुंचकर जांच में जुटे थे अब देखना यह होगा कि दातागंज पुलिस के खिलाफ कार्यवाही होती है या नहीं।